स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने एक बार फिर खुद को देश का सिरमौर साबित किया है। गुरुवार सुबह दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों इंदौर को सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ शहर का सम्मान मिला। इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने यह गौरवपूर्ण सम्मान ग्रहण किया।
इंदौरवासियों के लिए यह क्षण अत्यंत गौरव और उत्साह से भरा रहा। जैसे ही इंदौर का नाम मंच से पुकारा गया, पूरे सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। यह लगातार आठवां साल है जब इंदौर ने स्वच्छता में नंबर-1 की अपनी श्रेष्ठता को कायम रखा है।
अष्टसिद्धियों का लक्ष्य किया हासिल
11 मार्च 2024 को जब इंदौर ने ‘स्वच्छता का सातवां आसमान’ छूते हुए अष्टसिद्धि प्राप्त करने का संकल्प लिया था, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह सपना इतनी जल्दी साकार हो जाएगा। लेकिन नगर निगम, प्रशासन और नागरिकों की संयुक्त कोशिशों से यह भी संभव हो गया। इंदौर अब न सिर्फ कचरा प्रबंधन बल्कि स्वच्छता के हर पहलू में देश के अन्य शहरों के लिए मिसाल बन गया है।
हर इंदौरी को है अपनी भूमिका पर गर्व
इस स्वच्छता अभियान में हर नागरिक की भागीदारी ने अहम भूमिका निभाई है। घर-घर गीले और सूखे कचरे का पृथक्करण, सड़कों पर कचरा नहीं फेंकना, सार्वजनिक स्थलों की सफाई का ध्यान रखना — ये सब इंदौरियों की रोजमर्रा की आदत बन चुकी है।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा, “यह सम्मान हर इंदौरी की मेहनत, जागरूकता और जिम्मेदारी का परिणाम है। हम अब स्वच्छता से आगे बढ़कर सतत और स्मार्ट स्वच्छता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।”

