यादव ने पुलिस को बताया, जब मैं और मेरे चाचा कार्यालय के बाहर खड़े थे, एक आई-20 कार मौके पर पहुंची। कार में सवार पांच लोगों ने मेरे चाचा पर हमला किया। हमले में मैं भी घायल हो गया। उन्होंने आगे बताया कि घटना सोमवार शाम चार बजे से साढ़े चार बजे के बीच की है। जौहरीमल ने हमलावरों में से चार की पहचान प्रवीण, पुलिस कर्मी, हुकम चंद, तेज और नवीन के रूप में की है। जौहरीमल ने आरोप लगाया, प्रवीन गुरुग्राम पुलिस के साथ है। उसने पुराने विवाद के चलते कई मौकों पर मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। मेरे पास एक वीडियो भी है, जिसमें कुछ अपराधियों का दावा है कि पुलिसकर्मी ने उन्हें मुझे मारने का ठेका दिया था।
जौहरीमल ने कहा कि उन्होंने मानेसर डीसीपी के समक्ष पुलिसकर्मी के खिलाफ एक अलग शिकायत भी प्रस्तुत की है, जिसकी जांच की जा रही है। हालांकि डीसीपी ने कहा कि ये दो अलग-अलग घटनाएं हैं। डीसीपी ( मानेसर), वरुण सिंगला ने आईएएनएस को बताया, जौहरीमल के आरोप आठ महीने पुराने हैं और जांच के दौरान, पुलिस को पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। वर्तमान प्राथमिकी में एक नियमित शिकायत है और हम जांच कर रहे हैं कि क्या इस मामले में कोई पुलिसकर्मी शामिल था।
--आईएएनएस
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