एक अधिकारी ने यहां बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन सभी को निर्वासित (डिपोर्ट) कर दिया गया है।
अधिकारी के अनुसार, सात विदेशी नागरिकों की पहचान पॉल चिकोजी चीमा, फ्रांसिस एबुबेचुकवु इफेनीचु, विजन उडोमेजुओ, डैनियल ओडिवोम्मा नवाबुएज, क्रिश्चियन ओसाजुवा, मैरी अमाका चीक और एबेले नवामालुबिया के रूप में की गई है और ये सभी लोग नाइजीरिया से हैं। इन्हें विदेशियों के क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के समन्वय से निर्वासित किया गया था।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के मोहन गार्डन इलाके के पास विदेशियों को घूमते देखा गया था। उसी इलाके में गश्त कर रही पुलिस की एक टीम ने उनके व्यवहार को संदिग्ध पाया और उनसे उनके दस्तावेज मांगे।
हालांकि, वे भारत में रहने के लिए कोई वैध पासपोर्ट या वीजा दिखाने में विफल रहे।
पुलिस ने तब सभी सात नाइजीरियाई लोगों को पकड़ लिया और उन्हें निर्वासन के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया।
मोहन गार्डन क्षेत्र में लगभग 3.75 लाख लोगों की मिश्रित आबादी है।
एक अधिकारी ने कहा, कई विदेशी नागरिक (ज्यादातर अफ्रीकी देशों से) इस इलाके में रह रहे हैं और उनमें से कुछ फर्जी वीजा, एक्सपायर्ड वीजा के साथ रह रहे हैं।
दिल्ली पुलिस अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर कड़ी नजर रखे हुए है और उनके खिलाफ इस महीने कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दिल्ली न्यूज डेस्क !!!
--आईएएनएस
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