भाजपा विधायक और सतनामी समाज के गुरु खुशवंत साहेब के काफिले पर पथराव, पुलिस ने अज्ञात आरोपियों पर दर्ज किया केस
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में शनिवार रात एक गंभीर सुरक्षा चूक सामने आई, जब आरंग से भाजपा विधायक और सतनामी समाज के गुरु खुशवंत साहेब के काफिले पर अचानक पथराव कर दिया गया। यह घटना उस समय हुई जब खुशवंत साहेब नवागढ़ में आयोजित एक सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद रायपुर लौट रहे थे।
बायपास पर हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, पथराव की यह घटना बेमेतरा-रायपुर बायपास पर स्थित भोईनाभांठा गांव के पास देर रात हुई। अज्ञात लोगों ने अचानक उनके वाहन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस हमले में विधायक की कार के सामने का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत यह रही कि कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ, लेकिन घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
घटना की सूचना मिलते ही बेमेतरा सिटी कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 324(4) और 125(ए) के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय चश्मदीदों के बयान के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। साथ ही, पूरे घटनाक्रम को लेकर विधायक की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की जा रही है।
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में रोष
इस हमले को लेकर भाजपा नेताओं और सतनामी समाज में गहरा रोष है। भाजपा ने इस घटना को विधायक की सुरक्षा में भारी चूक बताया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पार्टी के प्रवक्ताओं ने कहा कि अगर एक जनप्रतिनिधि और धर्मगुरु सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा का अंदाजा लगाया जा सकता है।
वहीं, सतनामी समाज से जुड़े कई प्रमुख लोगों ने इस घटना को समाज के प्रति अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण कृत्य बताया है। उन्होंने भी प्रशासन से दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग की है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस हमले ने प्रशासन और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। एक विधायक और धर्मगुरु के काफिले पर इस तरह का हमला न केवल कानून व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करता है, बल्कि यह सामाजिक और राजनीतिक असंतोष के संकेत भी देता है।

