सोनपुर मेला होगा मॉडर्न और हाईटेक, सरकार ने विकास के लिए ₹24.28 करोड़ किए मंजूर

सारण जिले के सोनपुर मेला स्थल के पर्यटन विकास एवं आधुनिकीकरण के लिए 24.28 करोड़ रुपये की योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है। इस योजना को स्वदेश दर्शन योजना 2.0 की उपयोजना (सीबीडीडी) के अंतर्गत लाया गया है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि इससे स्थानीय रोजगार बढ़ेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार सोनपुर मेला को देश ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में जुटी है। इस योजना के तहत प्रवेश द्वारों का निर्माण, बाजार, सड़कों का चौड़ीकरण, घाटों से संपर्क, पार्किंग और शटल सेवा विकसित की जाएगी। हरित पहल और डिजिटल सेवाओं पर विशेष जोर उन्होंने कहा कि प्लास्टिक मुक्त मेला क्षेत्र, कचरा प्रबंधन, सौर ऊर्जा और पर्यावरण जागरूकता अभियान जैसी हरित पहलों पर काम किया जाएगा। डिजिटल पहल के तहत मेला मोबाइल एप्लीकेशन, कैशलेस भुगतान, वर्चुअल दर्शन और स्मार्ट पार्किंग जैसी आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। पर्यटन सुविधाएं और स्थानीय विकास को बढ़ावा
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सारण के सोनपुर मेला स्थल पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इस योजना से मेला स्थल पर आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और सरकार को राजस्व भी मिलेगा।
एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला
सोनपुर मेला कार्तिक पूर्णिमा (इस साल 5 नवंबर) को गंगा और गंडक नदियों के संगम पर शुरू होता है और करीब एक महीने तक चलता है। इसे एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला माना जाता है, जहां हाथी, घोड़े, गाय, बैल और अन्य जानवरों की खरीद-फरोख्त होती है। यह मेला स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण है।