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Bhagalpur बनियान पर अंदर की कुव्यवस्था की कहानी लिख कैदियों ने भेजा बाहर, जांच की सख्त जरूरत बताई !

जमुई कारागार में बंद कुछ कैदियों ने जेलर के जुल्म की दास्तां एक अलग तरीके का सहारा लेकर बयां किया। पत्रकारों तक कैदियों की बात पहुंच सके, इसके लिए जेल से निकलने वाले एक कैदी ने अपने बनियान पर चिट्ठी लिखी और इसे पहन बाहर निकला। चिट्ठी में जेल के अंदर कुव्यवस्था और अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया है।  जेल से बाहर आए कैदी ने बनियान को एक अखबार के दफ्तर तक पहुंचा दिया। इस बनियान पर जेल के अंदर की कुव्यवस्था, संवेदनहीनता और अमानवीय व्यवहार की दास्तां लिखी गई है। इसे पढ़कर हर कोई हैरान है।  कैदियों द्वारा बताया गया है कि जेल में बाहरी जांच की सख्त जरूरत है। खाद्य सामग्री में भारी कमी की जाती है और गुणवत्ता का भी अभाव है। साफ-सफाई का अभाव और शिकायत के लिए कागज-कलम भी नहीं होती है। शिकायत करने पर मारा-पीटा जाता है। आरोप यह भी है कि जेल अधीक्षक मुलाकात नहीं करते और कैदियों से हालात के बारे में भी नहीं पूछते हैं।  इस मामले में जमुई जेल अधीक्षक अरुण पासवान ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। लगाए गए आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं। अभी मुलाकात बंद है और जेल के अंदर अधिक सख्ती बढ़ा दी गई है। इसके कारण कैदियों को परेशानी हो रही है।


बिहार न्यूज़ डेस्क !! जमुई कारागार में बंद कुछ कैदियों ने जेलर के जुल्म की दास्तां को एक नए ही तरीके से बयां किया हैं । बताया जा रहा है कि, पत्रकारों तक कैदियों की बात पहुंचाने के लिए जेल से निकलने वाले एक कैदी ने अपने बनियान पर चिट्ठी लिखी और इसे पहन कर बाहर आग गया । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, चिट्ठी में कैदीयों ने जेल के अंदर की कुव्यवस्था और अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाया है ।

बता दें कि, जेल से बाहर आए कैदी ने बनियान को एक अखबार के दफ्तर तक पहुंचा दिया जिस पर जेल के अंदर की कुव्यवस्था, संवेदनहीनता और अमानवीय व्यवहार की दास्तां लिखी गई है । इसको जिसने भी पढ़ा वो सब हैरान रह गए । इस चिटठी में कैदियों द्वारा बताया गया है कि जेल में बाहरी जांच की सख्त आवश्यकता है । क्योंकि यहां पर खाद्य सामग्री में भारी कमी की जाती है और गुणवत्ता का भी अभाव है, साफ-सफाई का अभाव और शिकायत के लिए कागज-कलम भी नहीं होती है इतना ही नहीं, शिकायत करने पर मारा-पीटा जाता है । इसके आगे आरोप यह भी है कि जेल अधीक्षक मुलाकात नहीं करते और कैदियों से हालात के बारे में भी नहीं पूछते हैं ।

इस मामले में जमुई जेल अधीक्षक अरुण पासवान ने मीडिया को जानकारी देेते हुए बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है  ओर कैदीयों के द्वारा लगाए गए आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं ।

भागलपुरन्यूज़ डेस्क !!

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