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MUNGER  बाल-भौहें पूरी तरह सफेद, देखने जुटी भीड़

KK

बिहार न्यूज़ डेस्क !!! नवजात के शरीर का रंग भी मिल्की ह्वाइट है। बच्चे को देखने के लिए अस्पताल में भर्ती मरीज व उसके परिजनों की भीड़ लगी हुई है। बच्चा पूरे अस्पताल के स्टाफ व मरीजों के लिए अजूबा से कम नहीं है। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. कुमार अभिजीत के अनुसार ऐसे बच्चे हजारों में एक पैदा होते हैं, मुंगेर में ऐसा पहला बच्चा है जिसके बाल सफेद हैं। जानकारी के अनुसार धरहरा निवासी राकेश यादव की पत्नी प्रमिला देवी को प्रसव पीड़ा के बाद सदर अस्पताल मुंगेर में भर्ती किया गया। जहां उसकी स्थिति चिंताजनक देखते हुए चिकित्सकों ने उसे जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया था। वहीं देर रात ऑपरेशन कर सुरक्षित प्रसव करवाया गया। परंतु जब बच्चे पर नर्स आदि की नजर पड़ी तो सभी की आंखों में अजीब चमक दिख रही थी। 

खबरों से प्राप्त जानकर के अनुसार बताया जा रहा है कि,बच्चे के रंग-रूप के संबंध में डा. अयूब ने कहा कि बच्चे के शरीर में रंग बनाने वाले मेलाजिन पिग्मेंट का सही से डेवलपमेंट नहीं हो पाया जिसके कारण उसका रंग व बाल सफेद है। ऐसे हजारों में एक बच्चों के साथ ही संभव होता है। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. कुमार अभिजीत ने बताया कि एल्बिनो की कमी से ऐसा होता है। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि, धरहरा की प्रमिला देवी ने भागलपुर में एक ऐसे पुत्र को जन्म दिया, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। इस नवजात बच्चे की बाल व भौहें पूरी तरह से सफेद है।

इसे ऐक्रोमिया, एक्रोमेसिया या एक्रोमेटोसिस भी कहा जाता है। मेलेनिन के उत्पादन करने वाला एंजाइम का अभाव में ऐसा होता है। इसके परिणाम स्वरुप त्वचा, बाल और आंखों में रंग सफेद होते हैं। ऐसे बच्चे धूप को ज्यादा देर तक सहन नहीं कर सकते। डॉक्टर ने आगे बताया कि ऐसे बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होगी। हालांकि बच्चे ने इसके अलावा और कोई समस्या नहीं होगी। दूसरी ओर बच्चे के परिजन भी नवजात को देख हतप्रभ दिखे।

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