बिहार के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने उस वीडियो का बचाव किया है, जिसके कारण उन पर FIR दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि वीडियो को पूरा सुना और देखा जाना चाहिए ताकि उसकी सच्चाई सामने आ सके। ललन सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वीडियो में जो भी बातें कही गई हैं, उन्हें संदर्भ के साथ समझा जाना चाहिए। उनका कहना है कि वीडियो का केवल एक हिस्सा देखकर निष्कर्ष निकालना उचित नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग मामले की पूरी जांच करेगा। आयोग द्वारा पूछताछ की प्रक्रिया में वे पूरी तरह से सहयोग करेंगे और सभी सवालों के सटीक जवाब देंगे। ललन सिंह का कहना है कि उन्हें भरोसा है कि सत्य और तथ्य सामने आएंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस वीडियो के कारण उनकी छवि और चुनावी रणनीति पर अस्थायी दबाव पड़ सकता है, लेकिन ललन सिंह की तत्काल प्रतिक्रिया और स्पष्टिकरण उन्हें राजनीतिक दृष्टि से मजबूत स्थिति में रख सकता है।
इस बीच, चुनाव आयोग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित सभी पक्षों से विवरण मांगने की तैयारी कर रहा है। आयोग का उद्देश्य है कि चुनावी नैतिकता और नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
ललन सिंह के अनुसार, उन्होंने हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी का पालन किया है और किसी भी आरोप के सामने खड़े होकर अपनी बात रखने के लिए तैयार हैं। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव से पहले ऐसे विवादों में नेता द्वारा स्पष्ट और समय पर जवाब देना उनकी छवि को प्रभावित करने वाले दुष्प्रभाव को कम कर सकता है। ललन सिंह का यह रुख दर्शाता है कि वे पूरे मामले में कानूनी और चुनाव आयोग की प्रक्रिया का सम्मान करते हुए अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाहते हैं।

