बिहार चुनाव 2025: मुंगेर सीट पर प्रशांत किशोर की पार्टी को करारा झटका, जनसुराज के उम्मीदवार बीजेपी में शामिल
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होने जा रहा है, लेकिन मतदान से ठीक एक दिन पहले ही चुनावी सरगर्मी में एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर सामने आया है। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज को मुंगेर सीट से बड़ा झटका लगा है। जानकारी के मुताबिक, मुंगेर सीट से जनसुराज ने संजय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था। लेकिन मतदान से सिर्फ एक दिन पहले संजय सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इस कदम ने जनसुराज पार्टी की रणनीति को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है और मुंगेर सीट अब पार्टी के नियंत्रण से बाहर चली गई है।
इस राजनीतिक मोड़ ने प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रशांत किशोर, जो पहली बार बिहार चुनावी मैदान में उतरे हैं, को अपने अभियान में संजय सिंह के बीजेपी में शामिल होने से गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ेगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम मतदाताओं की धारणा और जनसुराज की छवि पर असर डाल सकता है।
हालांकि अभी तक प्रशांत किशोर ने इस घटनाक्रम पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। मुंगेर के मतदाता अब इस सीट पर उम्मीदवारों के बीच नई राजनीतिक समीकरणों को लेकर फैसले लेने की स्थिति में हैं। संजय सिंह के बीजेपी में शामिल होने से मुंगेर सीट पर पहले से ही तय मानवीय समीकरणों में बदलाव आ गया है। विश्लेषकों का कहना है कि चुनाव के अंतिम चरण में ऐसा पार्टी बदलना जनसुराज के लिए अप्रत्याशित और गंभीर झटका है, जो पार्टी की रणनीति और प्रचार अभियान को प्रभावित कर सकता है।
बिहार के पहले चरण में कई सीटों पर कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है, लेकिन मुंगेर का यह मामला विशेष ध्यान आकर्षित कर रहा है क्योंकि यह सीधे तौर पर प्रशांत किशोर की राजनीतिक संभावनाओं से जुड़ा हुआ है। पार्टी के लिए अब यह चुनौती है कि वे जल्द से जल्द मतदाताओं के बीच अपनी नई रणनीति पेश करें और नुकसान की भरपाई करें।
इससे पहले, प्रशांत किशोर ने अपने दल जनसुराज के माध्यम से बिहार में राजनीतिक उत्थान और नई छवि बनाने की कोशिश की थी। लेकिन संजय सिंह के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी की प्रतिष्ठा और उम्मीदवार की स्थिति पर प्रश्न उठ गए हैं। मुंगेर सीट पर इस अप्रत्याशित बदलाव ने बिहार विधानसभा चुनाव में रोमांच और रणनीतिक जटिलताओं को और बढ़ा दिया है। आने वाले दिनों में चुनावी दलों की सक्रियता और मतदाता रुझान इस सीट पर निर्णायक साबित होंगे।

