Samachar Nama
×

सरकारी आदेश के बाद भारत छोड़ रहे पाकिस्तानी नागरिक, मुजफ्फरनगर शादी में आए मोहम्मद अटारी बॉर्डर से लौटे

अटारी, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया था। इसका असर अब दिखने लगा है। पाकिस्तान से भारत आए कई लोग अब लौट रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मोहम्मद रशीद का है, जो अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल होने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर आए थे और अब अटारी बॉर्डर से वापस पाकिस्तान लौट रहे हैं।
सरकारी आदेश के बाद भारत छोड़ रहे पाकिस्तानी नागरिक, मुजफ्फरनगर शादी में आए मोहम्मद अटारी बॉर्डर से लौटे

अटारी, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया था। इसका असर अब दिखने लगा है। पाकिस्तान से भारत आए कई लोग अब लौट रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मोहम्मद रशीद का है, जो अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल होने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर आए थे और अब अटारी बॉर्डर से वापस पाकिस्तान लौट रहे हैं।

रशीद ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वे लगभग दस साल बाद भारत आए थे और उनकी भांजी की शादी 26 अप्रैल को होनी थी, लेकिन अचानक हुए आतंकी हमले के चलते उन्हें बीच में ही लौटना पड़ रहा है।

रशीद ने कहा कि उन्हें कश्मीर में क्या हुआ, इसकी पूरी जानकारी नहीं थी लेकिन जब पता चला कि आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की जान गई है तो उन्हें भी बहुत दुख हुआ। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं बिल्कुल गलत हैं और इसका समर्थन कोई नहीं कर सकता। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की आम जनता भारत से मोहब्बत करती है, लेकिन जो लोग आतंक फैलाते हैं, उनका किसी धर्म से कोई संबंध नहीं होता। वे केवल अपने मकसद के लिए ऐसा करते हैं और बाकी लोगों को परेशानी में डाल देते हैं।

मोहम्मद रशीद ने बताया कि उनका पूरा परिवार भारत में है और वे खुद भी केवल शादी और भाई की बरसी में शामिल होने आए थे, लेकिन अब हालात ऐसे बन गए कि उन्हें वापस जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दस साल बाद आए थे और डेढ़ महीने रुकने का इरादा था, लेकिन अब केवल 15 दिन बाद ही लौटना पड़ रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि चाहे कोई भारत से हो या पाकिस्तान से, गलत काम करने वाले को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आम जनता को इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन आतंक फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

--आईएएनएस

पीएसएम/केआर

Share this story

Tags