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देश हित कांग्रेस के लिए मायने नहीं रखता : प्रवीण खंडेलवाल

नई दिल्ली,3 जून (आईएएनएस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने सलमान खुर्शीद और शशि थरूर पर कांग्रेस के हमलावर होने पर सवालिया लहजे में कहा कि विदेश की धरती पर देश हित की बात करना गुनाह हो गया है क्या? कांग्रेस पार्टी के लोग हर चीज में अपनी राजनीति को देखते हैं, देश हित उनके लिए मायने नहीं रखता है।
देश हित कांग्रेस के लिए मायने नहीं रखता : प्रवीण खंडेलवाल

नई दिल्‍ली,3 जून (आईएएनएस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने सलमान खुर्शीद और शशि थरूर पर कांग्रेस के हमलावर होने पर सवालिया लहजे में कहा कि विदेश की धरती पर देश हित की बात करना गुनाह हो गया है क्‍या? कांग्रेस पार्टी के लोग हर चीज में अपनी राजनीति को देखते हैं, देश हित उनके लिए मायने नहीं रखता है।

उन्‍होंने कहा कि यह बहुत शर्म की बात है कि कांग्रेस अपने ही नेताओं को कोसने में लगी है और यह वह नेता हैं, जो विदेश की धरती पर भारत की बात कर रहे हैं।

उन्‍होंने कहा कि देश की सुरक्षा से जुड़े मसले पर विभिन्न दलों के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल विदेश में है, निश्चित रूप से वह भारत की बात करेंगे, भारत का पक्ष रखेंगे और कहीं ना कहीं पाकिस्तान ने क्यों आतंकवाद को अपने यहां पनाह दे रखा है, उसे बात को स्पष्ट कहेंगे और ऐसा उनसे अपेक्षा भी की जाती है।

उन्‍होंने कई पार्टियां के द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग पर समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि इसको लेकर सत्र की आवश्यकता क्यों है? कोई भी चीज देश से छिपी नहीं है, हमारे डीजीएमओ ने दो बार ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सारी स्थिति को स्‍पष्‍ट कर दिया है।

उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ और गृह मंत्री अमित शाह ने भी कई बार इस बारे में बताया है। उसके बाद ऐसा क्या है जिसके लिए सत्र बुलाया जाए, यह विशुद्ध रूप से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जानकारी के लिए उनका आग्रह नहीं है, बल्कि वह अपनी राजनीति की गोटी इस मामले में फिट करना चाहते हैं, जो की ठीक नहीं है। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट तौर पर कहा कि सत्र कब बुलाना और कब नहीं बुलाना यह सरकार का विषय है। कुछ सत्र डिफाइंड होते हैं, वह सत्र अपने समय के अनुसार होते हैं। बाकी किन परिस्थितियों में संसद का सत्र बुलाया जाए, यह सरकार का विशेष अधिकार है।

--आईएएनएस

एएसएच/जीकेटी

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