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कांग्रेस नेशनल हेराल्ड मामले में 'चोरी के ऊपर सीनाजोरी' कर रही है : बाबूलाल मरांडी

रांची, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर कांग्रेस की ओर से देशभर में किए जा रहे धरना-प्रदर्शन को पाखंड बताया है।
कांग्रेस नेशनल हेराल्ड मामले में 'चोरी के ऊपर सीनाजोरी' कर रही है : बाबूलाल मरांडी

रांची, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर कांग्रेस की ओर से देशभर में किए जा रहे धरना-प्रदर्शन को पाखंड बताया है।

उन्होंने बुधवार को रांची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि इस केस में ईडी की ओर से दाखिल चार्जशीट से यह बात साफ हो गई है कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने हजारों करोड़ की संपत्ति की हेराफेरी की है। अब इस मुद्दे पर कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन ‘चोरी के ऊपर सीनाजोरी’ के सिवा और कुछ नहीं है।

मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को धरना-प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन कांग्रेस मान बैठी है कि उसे जमीन और फंड लूटने का भी अधिकार है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड की पूरी संपत्ति को गांधी परिवार के हाथों में लाने के लिए एक कॉर्पोरेट षड्यंत्र रचा। यंग इंडिया नाम की एक कंपनी बनाई गई, जिसमें 38 प्रतिशत हिस्सा सोनिया गांधी और 38 प्रतिशत राहुल गांधी का रखा गया। 9 करोड़ के इक्विटी शेयर इस कंपनी को ट्रांसफर किए गए। इससे नेशनल हेराल्ड की पूरी संपत्ति यंग इंडिया कंपनी के जरिए गलत तरीके से इन दोनों कांग्रेस नेताओं के पास आ गई। वह अखबार, जो आजादी की लड़ाई में देश के सच्चे सिपाहियों की आवाज था, उसे कांग्रेस ने अपने निजी व्यापार में बदल दिया और अपना एटीएम बना लिया।

भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस यंग इंडिया फाउंडेशन का निर्माण चैरिटी के लिए करने का दावा करती है, लेकिन आज तक उससे क्या चैरिटी हुई, इसकी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। कांग्रेस अब हल्ला-हंगामा करके जनता को दिग्भ्रमित करना चाहती है, जबकि कानून अपना काम कर रहा है।

मरांडी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के समर्थन से चल रही झारखंड की हेमंत सरकार ने भी नेशनल हेराल्ड को विज्ञापन देकर झारखंड के गरीबों का पैसा लुटवाया है। हेमंत सरकार ने इस अखबार को करोड़ों का विज्ञापन दिया है। इस मामले की भी जांच होनी चाहिए।

--आईएएनएस

एसएनसी/एबीएम

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