Samachar Nama
×

मरे हुए के समान होते हैं ऐसे लोग, इन्हें जीवित समझनें की न करें भूल

www.samacharnama.com

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई ऐसे पवित्र ग्रंथ हैं जिसमें मानव जीवन से जुड़ी हम बातें बताई गई हैं वही हम रामचरित मानस की बात कर रहे हैं जिसे तुलसीदास द्वारा रचित माना गया है इसके लंकाकांड में एक प्रसंग आता है

Ramcharit manas life management 

जब अंगद भगवान श्रीराम के दूत बनकर लंका जाते हैं और वहां रावण और अंगद के बीच की बात चीत होती है। इसी बात चीत में अंगद रावण को बताते हैं कि किस तरह के लोग जीते जी मरे के समान होते हैं तो आज हम आपको इन्हीं के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं। 

Ramcharit manas life management 

इन लोगों को माना गया है मरे के समान—
जो लोग अत्यंत भोगी हो, कामवासना में लिप्त रहता हो, ऐसे लोग मृतक के समान माने जाते हैं क्योंकि उसके मन की इच्छाएं कभी खत्म नहीं होती हैं। इसके अलावा जो लोग हर बात के पीछे नकारात्मकता देखते हैं या खोलते हैं नियमों, परंपराओं और लोक व्यवहार के खिलाफ चलते हैं ऐसे लोग भी मरे के समान होते हैं। जो व्यक्ति पैसा होने पर भी जरूरी कामों में इसे खर्च नहीं करता है उसे भी मरे हुए के समान ही माना जाता है। जो लोग धन, सम्मान और साहस से हीन होते हैं वे मृतक के समान ही माने जाते हैं। 

Ramcharit manas life management 

जिसके पास विवेक और बुद्धि नहीं होती है जो खुद कोई फैसला नहीं कर सकता है ऐसा मनुष्य भी मृतक ही माना जाता है इसके अलावा जो घर, परिवार, कुटुंब, समाज, नगर या राष्ट्र, कहीं सम्मान नहीं पाता हो ऐसा व्यक्ति भी मृत ही माना जाता है हमेशा रोगी रहने वाला मनुष्य भी मरा हुआ होता है इसके अलावा अधिक वृद्ध लोग भी मृतक ही माने जाते हैं। 

Ramcharit manas life management 

Share this story