
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: कल यानी 14 मार्च दिन शुक्रवार को देशभर में होली का त्योहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। होली से जुड़ी अनेक अजीबो गरीब परंपरा हमारे देश में चली आ रही है एक ऐसी ही परंपरा उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भी निभाई जाती है।
जिसे लाट साहब का जुलूस के नाम से जाना जाता है इस जुलूस के दौरान लोग जूते मारकर परंपरा पूरी करते हैं इसलिए इसे जूतामार होली भी कहा जाता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा होली पर अनोखी परंपरा के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
लाट साहब का जुलूस—
जानकारों के अनुसार नानक चंद्र मेहरोत्रा की पुस्तक शाहजहांपुर ऐतिहासिक एंव सांस्कृतिक धरोहर में लाट साहब का जुलूस निकालने के बारे में बताया गया है। जिसके अनुसार ये परंपरा करीब 300 साल पुरानी मानी जाती है। इस परंपरा में किसी एक व्यक्ति को भैंसागाड़ी पर बैठाकर उसका जुलूस निकाला जाता है और उस व्यक्ति को लाट साहब कहा जाता है।
ये जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए बाबा विश्वनाथ के मंदिर पर जाकर समाप्त होता है। जिस व्यक्ति को भैंसागाड़ी पर बैठाया जाता है और जुलूस निकाला जाता है उसे लोग जूते चप्पल फेंकर मारते हैं इसलिए इस परंपरा को जूतामार होली के नाम से जाना जाता है।