यह पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के दिमाग की उपज थी, जिन्होंने सदन के कामकाज से नागरिकों को परिचित कराने के उद्देश्य से चौबीसों घंटे के संसदीय चैनल का विचार पेश किया था। पूर्णकालिक चैनल से पहले, 20 दिसंबर, 1989 को संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को राष्ट्रपति द्वारा दिए गए अभिभाषण के सीधे प्रसारण के साथ चुनिंदा संसदीय कार्यवाही का प्रसारण शुरू किया गया था। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही का सीधा प्रसारण करने के लिए 14 दिसंबर 2004 को एक अलग समर्पित उपग्रह चैनल स्थापित किया गया था। लोकसभा टीवी का स्वामित्व भारत की संसद के पास है।
इसी तरह, राज्य सभा टीवी एक सार्वजनिक केबल टेलीविजन चैनल है, जिसका स्वामित्व और संचालन राज्य सभा के पास है, जो उच्च सदन की कार्यवाही को कवर करता है। नायडू बुधवार को सायं 6 बजे संसद भवन एनेक्सी के मुख्य समिति कक्ष में संसद टीवी का शुभारंभ करेंगे। एक विशेष बात यह भी है कि संसद टीवी का शुभारंभ अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस पर हो रहा है। फरवरी, 2021 में लोकसभा टीवी एवं राज्यसभा टीवी के विलय का निर्णय लिया गया और मार्च, 2021 में संसद टीवी के सीईओ की नियुक्ति की गई थी।
--आईएएनएस
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