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नीतीश कुमार ने मेरे पिता को पहचान दिलाई, राहुल तो अभी हाल में मिले हैं: भागीरथ मांझी

पटना, 3 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने ही उनके पिता के पहाड़ काटकर सड़क बनाने के बड़े काम को माना, उसकी तारीफ की और उसे पहचान दी। इसके लिए वे नीतीश कुमार के हमेशा आभारी रहेंगे।
नीतीश कुमार ने मेरे पिता को पहचान दिलाई, राहुल तो अभी हाल में मिले हैं: भागीरथ मांझी

पटना, 3 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने ही उनके पिता के पहाड़ काटकर सड़क बनाने के बड़े काम को माना, उसकी तारीफ की और उसे पहचान दी। इसके लिए वे नीतीश कुमार के हमेशा आभारी रहेंगे।

भागीरथ मांझी ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी से अपनी मुलाकात को भी याद किया, जिन्होंने उनके परिवार के लिए एक पक्का घर बनवाया था, लेकिन उनसे आश्वासन मिलने के बावजूद कांग्रेस का टिकट न मिलने पर निराशा जताई।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में भागीरथ मांझी ने कहा, "जिस इंसान ने मेरे पिता दशरथ मांझी के काम को दुनिया के सामने लाया, वह नीतीश कुमार थे। उन्हीं की वजह से मेरे पिता की उपलब्धियां लोगों की नजर में आईं।"

राहुल गांधी से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं कुछ समय पहले पहली बार राहुल गांधी से मिला था। मैं पहले उन्हें नहीं जानता था।

खास बात यह है कि 'माउंटेन मैन' के बेटे को चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने अप्रोच किया था और उन्हें बिहार चुनावों में लड़ने के लिए टिकट देने का वादा भी किया था। यह दावा भागीरथ मांझी आज भी करते हैं और मौका न मिलने पर उन्होंने निराशा भी जताई।

उन्होंने कहा कि मैंने राहुल गांधी से कहा था कि अगर मुझे टिकट नहीं मिला, तो आपको कड़ी आलोचना झेलनी पड़ेगी। मैंने उनसे यह भी कहा था कि कांग्रेस का साथ देने के लिए मुझे भी डांट सुननी पड़ेगी।

हालांकि, उन्होंने कहा कि वह राहुल गांधी के आभारी हैं कि उन्होंने उनके परिवार के लिए एक पक्का घर बनवाया और यह भी बताया कि उन्हें इस बारे में पहले से न तो कांग्रेस सांसद ने और न ही किसी और ने बताया था।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से मिलने के लगभग एक हफ्ते बाद, इंजीनियर मेरे गांव आए और मेरे परिवार के लिए एक घर तैयार किया, जिसमें चार बेडरूम, एक बाथरूम और एक किचन है।

मीटिंग को याद करते हुए उन्होंने बताया कि राहुल ने उनसे खुलकर बात की, उनके पलंग पर बैठे और नारियल पानी भी पिया।

--आईएएनएस

पीएसके

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