पेशाब पिलाया, चप्पल की माला पहनाई, डायन बताकर बुजुर्ग महिला के साथ गांववालों ने पार की हैवानियत सारी हदें

महाराष्ट्र के अमरावती में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां एक 77 वर्षीय महिला को जादू-टोना के संदेह में बुरी तरह पीटा गया। उसके हाथ-पैरों पर गर्म लोहे की रॉड से हमला किया गया। हद तो तब हो गई जब महिला को मूत्र पीने और कुत्ते का मल खिलाने के लिए मजबूर किया गया। बताया जाता है कि यह घटना 30 दिसंबर को घटित हुई थी। लेकिन पीड़ित महिला के बेटे और बहू ने 17 जनवरी को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से इसकी शिकायत की। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बुजुर्ग महिला के साथ हुई इस घिनौनी और क्रूर घटना से लोग स्तब्ध हैं। पीड़ित परिवार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। उन्होंने 5 जनवरी को मामले की शिकायत पुलिस से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से वे निराश हैं। उन्होंने शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से शिकायत की है। पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला चिकलदरा तालुका के रेठियाखेड़ा गांव की निवासी है।
घटना के अनुसार, अमरावती जिले के एक गांव में काला जादू करने के संदेह में 77 वर्षीय महिला की पिटाई की गई और उसे मूत्र पीने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने बताया कि उसे लोहे की रॉड से पीटा गया। यद्यपि यह घटना 30 दिसंबर को घटित हुई थी, लेकिन इस महीने की शुरुआत में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई तथा शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया। पुलिस ने बताया कि महिला चिकलदरा तालुका के रेठियाखेड़ा गांव की निवासी है।
पुलिस के अनुसार 30 दिसंबर को महिला घर पर अकेली थी। उसके पड़ोसियों ने उसे पकड़ लिया और जादू-टोना करने का आरोप लगाते हुए उसे बांध दिया। बाद में, ग्रामीणों ने कथित तौर पर पीड़ित को लकड़ी के डंडे से मारा, थप्पड़ मारे और उसकी पिटाई की। उसके हाथ-पैरों पर गर्म लोहे की रॉड से हमला किया गया। शिकायत के मुताबिक महिला को पेशाब पीने और कुत्ते का मल खाने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद उनके गले में चप्पलों की माला डाली गई और उन्हें घुमाया गया। काम पर गए महिला के बेटे और बहू को इसकी जानकारी मिली। उन्होंने 5 जनवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।