50 छात्राओं से दुष्कर्म और ब्लैकमेल करने वाले शख्स को पुलिस किया गिरफ्तार, आदतें सुन पुलिस के भी उड़ गए होश

नागपुर पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक काउंसलर की काली करतूतों का पर्दाफाश हुआ है। यह व्यक्ति काउंसलिंग के नाम पर लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था और फिर उनके साथ दुष्कर्म करता, उनका वीडियो बनाता और उन्हें ब्लैकमेल करता था। सबसे बड़ी बात यह है कि यह काउंसलर सिर्फ खूबसूरत महिलाओं और लड़कियों को ही अपना निशाना बनाता था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह बात तब प्रकाश में आई जब एक छात्रा ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया।
मामले के पीड़ित संदीप आर पाटिल ने बताया कि हमारे घर की एक महिला के साथ छेड़छाड़ की गई थी। वह स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर सड़कों पर घूमता था और जब भी मौका मिलता, वह महिलाओं के शरीर को छूने की कोशिश करता था। वह किसी महिला को सामने से छूता, तो किसी को पीछे से छूता और भाग जाता। इन लोगों ने सीसीटीवी फुटेज निकाली जिसमें साफ दिख रहा है कि वह एक महिला को पीछे से छूते हुए भाग रहा है। शिकायतकर्ता ने बताया कि बाइक चलाते समय वह सुंदर महिलाओं को देखता था और उनके साथ ही यह कृत्य करता था।
इस व्यक्ति से संबंधित पहला मामला नवंबर महीने में नागपुर के हुडकेश्वर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। इसके बाद अब तक तीन मामले दर्ज किए गए हैं और पुलिस को उम्मीद है कि पीड़ितों की संख्या में काफी इजाफा हो सकता है। पुलिस ने पीड़ितों से अपील की है कि वे बिना किसी डर के थाने में आएं और अपने साथ हुए अत्याचारों के बारे में बताएं, तभी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में एक कमेटी भी गठित की गई है, जिसका नेतृत्व एक आईपीएस स्तर के अधिकारी कर रहे हैं।
नागपुर के पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंघल ने बताया कि आरोपी एक प्रमाणित परामर्शदाता है और जगह-जगह सेमिनार आयोजित करता था। वह 12वीं पास कर चुके बच्चों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था भी करते थे। वह लोगों से कहते थे कि गांव में जाकर वह काउंसलिंग नहीं कर पाएंगे, इसलिए वह छात्रों को शहर बुलाते थे। उनके खिलाफ विभिन्न मामलों में जांच चल रही है।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि वह एक क्लिनिक चलाते थे और मनोवैज्ञानिक परामर्श देते थे। आरोपी के खिलाफ पोक्सो और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक मनोवैज्ञानिक और परामर्शदाता होने के नाते उन्होंने महिलाओं और लड़कियों को व्यक्तिगत और पेशेवर मदद का वादा किया। पुलिस ने इस व्यक्ति के खिलाफ दर्ज तीसरे मामले में उसकी पत्नी को भी आरोपी बनाया है।