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मेघालय हनीमून मर्डर केस: राजा-सोनम के बीच पहली बार आया तीसरा नाम, इंदौर कपल केस में राज कुशवाहा कौन है?

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देशभर में सुर्खियों में छाया हनीमून मर्डर केस अब एक नई दिशा में जा रहा है। राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी बनी सोनम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज है, लेकिन इसी बीच सह-आरोपी राज कुशवाहा के परिवार ने इंडिया टीवी से बातचीत में बेटे की बेगुनाही का दावा किया है। राज की मां ने कहा, “मेरा बेटा बहुत अच्छा लड़का था। वह मेहनती था, गलत संगत में कभी नहीं गया। सोनम उनके साथ काम करती थी, लेकिन उससे कभी कोई गलत रिश्ता नहीं था।” उन्होंने यह भी कहा कि बेटे को हत्या में फंसाया जा रहा है और सच्चाई जल्द सामने आएगी। राज की मां ने बताया, “राजा रघुवंशी भी मेरे बेटे जैसा था। जब उसकी मौत की खबर आई तो पूरा घर रोने लगा। राज ने भी उसकी मिट्टी में हिस्सा लिया। जब मैंने पूछा कि क्या उसने राजा का चेहरा देखा, तो बोला, ‘मैं उसका चेहरा देखता तो मर जाता।’ क्या 20 साल का लड़का किसी की जान ले सकता है?”

2. "सोनम ने कभी कुछ नहीं दिलवाया", बहन ने भी किया बचाव

राज की बहन ने भी टीवी चैनल से बातचीत में अपने भाई को निर्दोष बताया। उसने कहा, “सोनम के भाई गोविंद ने एक बार फोन किया था कि अर्जेंट बात करनी है। उस दिन से सोनम से हमारा कोई संपर्क नहीं हुआ। वह गर्मी के समय ऑफिस आई थी, तभी एक बार देखा था।” उसने कहा कि राज का किसी लड़की से अफेयर नहीं था और पुलिस की बातों में कोई सच्चाई नहीं है। “हमारा भाई कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता। विक्की, जो दूसरे आरोपी हैं, वह भी हमारे भाई जैसा है, दोनों निर्दोष हैं।”

3. राज की मां ने बताया – गोविंद, उसके पिता और अन्य लोग करते थे सोनम को फोन

राज की मां ने इंटरव्यू में कहा कि सोनम के काम से जुड़ी कई बार फोन आते थे। “कभी सेठ की बहन के नाम पर, कभी गोविंद के, तो कभी उनके पापा के नाम पर कॉल आती थी। मेरा बेटा तो बस काम करता था। वह किसी के बहकावे में नहीं आया। ना उसने सोनम को मोबाइल दिलवाया, ना कपड़े।” मां ने दावा किया कि अगर हत्या की प्लानिंग थी, तो सोनम ही इसका मुख्य चेहरा है। "मेरे बेटे को सोनम ने ही मोहरा बनाया। अब पुलिस असली दोषियों को नहीं, बल्कि मासूमों को फंसा रही है।"

4. हत्या के बाद की गतिविधियां उठाती हैं सवाल

परिवार ने इस बात पर जोर दिया कि अगर राज दोषी होता तो वह राजा की अंतिम क्रिया में शामिल नहीं होता। “राजा के अंतिम संस्कार में शामिल होना बताता है कि राज का उस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं था। उल्टा वह तो भावनात्मक रूप से टूट गया था।” परिजनों ने यह भी कहा कि अगर राज हत्या में शामिल होता, तो वह अपने गांव में इतने दिनों तक सामान्य तरीके से नहीं रहता। उन्हें किसी और से राजा की मौत की खबर मिली, जिससे साफ है कि राज भी अनजान था।

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