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क्या आप भी वर्क फ्रॉम होम में खो रहे हैं अपना आपा, तो ऐसे करें प्लानिंग

क्या आप भी वर्क फ्रॉम होम में खो रहे हैं अपना आपा, तो ऐसे करें प्लानिंग

लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क, किसी भी कामकाजी व्यक्ति पर वर्क फ्रॉम होम में ऑफिस और घर दोनों के काम का दबाव ज़्यादा रहता है। ऐसे में अधिकतर लोगों के लिए घर, ऑफिस और अपनी पर्सनल लाइफ में बैलेंस बिठाना काफी मुश्किल हो जाता है।  इसी दबाव में कई लोग अपने बच्चो को भी टाइम नहीं दे पाते हैं , जिसके चलते बच्चे उदासीन महसून करते हैं।  तो आईये आज हम आपको बताते हैं की कैसे आप एक साथ  घर और ऑफिस को आसानी से संभाल सकते हैं। हालाँकि अगर हल ही में आपको बच्चा हुआ है तो आपके लिए काम थोड़ा आसान हो जाता हाउ क्योंकि वो लोग अधिकतर सोते हुए अपना समय निकालते हैं, जिसके चलते ऑफिस और घर दोनों का काम करना आसान रहता है।  

वहीं अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है तो बिना प्लानिंग के दिक्कत हो सकती है। इसलिए जरूरी है की प्लानिंग करें कि कब क्या और किसे करना है। ऐसा जरूरी नहीं है की जो रूटीन आपने बनाया है वो फेल नहीं होगा। घर में अगर बच्चा है तो रूटीन अक्सर बदल जाता है ऐसे में इस बात के लिए जरूर तैयार रहें कि बच्चे के अनुसार आप का रूटीन बदलेगा। अगर ऐसा होता है तो उसके लिए कोई मलाल न रखें।अगर आप दोनों लोग घर से काम कर रहे हैं और बच्चा भी घर पर है तो जाहिर सी बात है कि दोनों लोगों को एक दूसरे का साथ देना पड़ेगा। 

माता पिता होने के नाते आप दोनों का फर्ज बनता है कि आप अपने कैलेंडर मीटिंग और काम की जिम्मेदारियों के बारे में एक दूसरे से बात करें और उसके अनुसार बच्चे के काम को भी आपस में बांट लें जैसे मॉर्निंग में अगर बच्चे की क्लास होती है तो सुबह की क्लास और होमवर्क कौन देखेगा। बच्चे को नाश्ता कौन कराएगा और बच्चे को तैयार कौन करेगा। बीच-बीच में जब भी आप ब्रेक लें तो इस बात का भी ध्यान रखें कि बच्चे के साथ में किस ब्रेक में कौन समय बिताएगा।क्या आप भी वर्क फ्रॉम होम में खो रहे हैं अपना आपा, तो ऐसे करें प्लानिंग

किसी की मदद से मतलब यह है कि अगर आपके पास सुविधा है तो आप एक फुल टाइम केयरटेकर रख लें, जिससे आप दोनों को सहूलियत होगी। ऐसे में केयरटेकर बच्चे को देखेगी और आप बच्चे के साथ में समय भी बीता पाएंगे। आज के माहौल में यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि आपकी केयरटेकर वैक्सीनेटेड जरूर हो, साथ में भरोसे वाली भी हो। केवल केयर टेकर के भरोसे न रहें, बच्चो का इमोशनल सपोर्ट बनाए रखें। काम खत्म करते ही आप उनके साथ टाइम बिताएंगे। 

जैसे काम करते वक्त हमें काम से ब्रेक लेना जरूरी है, उसी तरह से पैरेंटिंग से भी ब्रेक लेना बहुत जरूरी है। पैरेंटिंग कोई आसान काम नहीं है बल्कि फुल टाइम की जिम्मेदारी है। मौका मिले तो आप एक दूसरे को पैरेंटिंग से ब्रेक जरूर दें। अपने पार्टनर का साथ दें ताकि उनको भी बच्चे को छोड़कर कुछ अलग से काम करने का समय मिले। घर से बाहर जाएं और अकेले थोड़ा सा वक्त जरूर बिताएं।

बता दें ‎कि आज के हालात में अधिकतर कंपनिया अपने कर्मचारियों से घर से ही काम ही करा रहीं हैं। ऐसे में अगर आप पैरेटेंस हैं तो फिर आपका काम और बढ़ जाता है। अब स्कूल भी खुल रहे हैं लेकिन अभिभावक बच्चों को अभी स्कूल नहीं भेजना चाह रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन क्लास, ऑफिस का काम और बाकी काम किसी चुनौती से कम नहीं है।

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