Holika Dahan 2025 होलिका दहन आज, इस पौराणिक कथा से पूरी करें होलिका दहन पूजा

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं लेकिन होली का त्योहार अहम होता है जो कि इस साल 14 मार्च दिन शुक्रवार यानी कल मनाया जाएगा। इससे एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है जो कि आज है।
होलिका दहन पूजा करने से सुख समृद्धि घर में आती है और परेशानियां दूर हो जाती है लेकिन होलिका दहन की पूजा बिना कथा के पूर्ण नहीं मानी जाती है। ऐसे में हम आपको अपने इस लेख द्वारा होलिका दहन की पौराणिक कथा बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
यहां पढ़ें होलिका दहन की पौराणिक कथा—
प्रह्लाद का पिता हिरण्यकशिपु भगवान विष्णु का शत्रु था. वह अपने पुत्र द्वारा भगवान विष्णु की भक्ति करने के घोर विरोधी था. जब प्रह्लाद ने हिरण्यकशिपु की आज्ञा मानने को अस्वीकार कर दिया, तो हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन राक्षसी होलिका को प्रह्लाद की हत्या करने का आदेश दिया. होलिका के पास अग्नि से सुरक्षित रहने हेतु भगवान ब्रह्मा द्वारा उपहार में दी गयी दिव्य ओढ़नी थी.
होलिका ने प्रह्लाद को विशाल अग्नि में जलाकर मारने की योजना बनाई होलिका ने प्रह्लाद को अग्नि में लेकर बैठ गयी, किन्तु भगवान विष्णु की असीम कृपा से, होलिका के स्थान पर दिव्य ओढ़नी ने प्रह्लाद को अग्नि से सुरक्षित बचा लिया.
लोककथाओं के अनुसार, अग्नि दहन होने पश्चात प्रह्लाद ने भगवान विष्णु का नाम जपना आरम्भ कर दिया था. जब भगवान विष्णु ने अपने प्रिय भक्त को सङ्कट में देखा, तो उन्होंने होलिका के ऊपर से ओढ़नी को अपने भक्त प्रह्लाद पर उड़ाने के लिये वायु के एक झोंके को आदेश दिया. इसीलिये राक्षसी होलिका विशाल अग्नि में भस्मीभूत हो गयी और भगवान विष्णु की कृपा तथा मायावी ओढ़नी के कारण प्रह्लाद को कोई क्षति नहीं हुई.