Fateh Movie Review: अपने ताबड़तोड़ एक्शन से Sonu Sood ने फैंस के दिलों पर पाई 'फतेह', देखने से पहले यहां पढ़िए डिटेल्ड रिव्यु
मनोरंजन न्यूज़ डेस्क - आज के समय में टेक्नोलॉजी के जितने फायदे हैं, उतने ही नुकसान भी हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि आप इसका इस्तेमाल किस तरह से करना चाहते हैं। साइबर फ्रॉड के मामले अक्सर सुनने को मिलते हैं। कभी लोग ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो कभी एटीएम से ओटीपी शेयर कर ठगी के मामले सामने आते हैं। आजकल इस फ्रॉड का दायरा काफी बढ़ गया है और एक नया शब्द सुनने को मिलता है, वो है- 'डिजिटल अरेस्ट'। ये किसी भी तरह से हो सकता है, नौकरी या लोन के नाम पर। आपको किसी फ्रॉड ऐप से एक लिंक भेजा जाता है और उस लिंक पर क्लिक करते ही आप डिजिटली अरेस्ट हो जाते हैं। फिल्म 'फतेह' कुछ ऐसे ही सब्जेक्ट पर आधारित है, जिसे सोनू सूद लेकर आए हैं।
सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इसे 10 जनवरी 2025 को रिलीज किया गया था। इस फिल्म में उन्होंने सिर्फ एक्टिंग ही नहीं की है बल्कि डायरेक्शन में भी अपनी किस्मत आजमाई है, जिसमें वो काफी हद तक सफल होते नजर आ रहे हैं। फिल्म का सब्जेक्ट काफी दमदार है, जो हर शख्स को इससे जोड़ता है। 'फतेह' सिर्फ सोनू सूद की फिल्म नहीं बल्कि हर नागरिक की कहानी है, जिससे हर कोई कहीं न कहीं जूझ रहा है। आज के समय में इंटरनेट की दुनिया से कोई अछूता नहीं है। ऐसे में इंटरनेट की दुनिया ने हर किसी की जिंदगी को बांधकर रख दिया है। सोनू सूद 'फतेह' के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड के बारे में बताते हैं कि यह किस तरह तेजी से फैल रहा है और इसे किस तरह अलग-अलग तरीकों से अंजाम दिया जा सकता है। इसे रोकने के लिए वह अथक प्रयास करते हैं ताकि लोगों की जान न जाए। ऐसे में आइए आपको एक्टिंग समेत फिल्म के बारे में बताते हैं...
कहानी कैसी है?
सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' की कहानी एक्शन से शुरू होती है लेकिन बाद में यह कहानी फ्लैशबैक में चली जाती है। जहां फतेह सिंह यानी सोनू सूद रहते हैं। हालांकि उनका कोई परिवार नहीं है, लेकिन गांव ही उनका परिवार है। कहानी की शुरुआत पंजाब के एक गांव मोगा से होती है, जहां लोग अपने सपनों को पंख देने के लिए छोटे-मोटे काम करते हैं। तमाम मुश्किलों के बावजूद वे खेती-बाड़ी और मजदूरी करके अपना घर चलाते हैं। इस बीच लोगों को लालच दिया जाता है और बड़े-बड़े सपने दिखाए जाते हैं, जिनमें लोग फंस जाते हैं। कुछ आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं, जबकि कुछ लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो जाती है। अब सोनू सूद इसके खिलाफ खड़े होकर लड़ते हैं। इस बीच इमोशन से लेकर एक्शन तक देखने को खूब मिलता है। फिल्म की कहानी दिलचस्प है, जो आपको मौजूदा हालात से जोड़ती है।
सोनू सूद ने किया है निर्देशन में डेब्यू
आपको बता दें कि सोनू सूद ने 'फतेह' से निर्देशन में डेब्यू किया है। बतौर निर्देशक यह उनकी पहली फिल्म है। काफी हद तक वे अपनी फिल्म के जरिए कहानी कहने में सफल होते हैं, लेकिन इसकी धीमी पटकथा के कारण यह आपको बोरिंग लगेगी, लेकिन बीच-बीच में सोनू सूद का एक्शन फिल्म में जान डाल देता है। उन्होंने फिल्म के बाकी किरदारों को भी बखूबी दिखाया है। लेकिन, इसकी कहानी उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती है। अपनी पहली फिल्म के जरिए उनका निर्देशन अच्छा कहा जा सकता है।
जबरदस्त है सोनू सूद का एक्शन, जानें अन्य स्टार्स की एक्टिंग
अगर 'फतेह' में सोनू सूद की एक्टिंग की बात करें तो इसमें उनका कमाल का ट्रांसफॉर्मेशन देखने को मिलता है। उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है. फतेह सिंह के किरदार में वे काफी जंच रहे हैं। उनके अलावा फिल्म में एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज, विजय राज और नसीरुद्दीन शाह भी हैं। नसीरुद्दीन फिल्म के मुख्य विलेन हैं, जिन्होंने रेजा का किरदार निभाया है। इसके अलावा विजय राज ने अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया है। फिल्म में उनका किरदार सत्य प्रकाश का है, जो नसीरुद्दीन का रहने वाला है। सभी की एक्टिंग अच्छी है और अपने किरदार के हिसाब से अच्छा काम किया है।
फिल्म के गाने और बैकग्राउंड म्यूजिक
इसके साथ ही अगर 'फतेह' के गाने और बैकग्राउंड म्यूजिक की बात करें तो यह फिल्म कमाल की है। इसमें एक सीक्वेंस है जब बी प्राक की आवाज में एक गाना बजता है। वो इस फिल्म के काफी इमोशनल सीन हैं। ये आपको कुछ देर के लिए इमोशनल कर देते है। फिल्म के हर एपिसोड का बैकग्राउंड स्कोर कमाल का है, जो आपको सीन से जोड़ता है और उस एपिसोड को दमदार बनाता है। ये एक अच्छा अनुभव है।
आपको फिल्म देखनी चाहिए या नहीं
इसके अलावा अगर बात करें 'फतेह' की कि इसे देखना चाहिए या नहीं. तो हम आपको यही कहना चाहेंगे कि आपको इसे जरूर देखना चाहिए. ये एक बार देखने लायक है। इसका सब्जेक्ट काफी अच्छा है, जो इसे कहीं न कहीं आपकी जिंदगी से जोड़ता है। फिल्म में एक्शन, ड्रामा के साथ-साथ एक्शन भी है. इसके साथ ही ये सोनू सूद की पहली डायरेक्टोरियल फिल्म है, तो आपने उन्हें बतौर सपोर्टिंग एक्टर, विलेन के तौर पर देखा है। लेकिन, अब बतौर लीड एक्टर उनके डायरेक्शन स्किल्स को देखना एक अलग अनुभव होगा।