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मोहनलाल की बेटी विस्मया 'थुडक्कम' से मलयालम सिनेमा में करेंगी डेब्यू

कोच्ची, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। मलयालम सिनेमा के मशहूर अभिनेता और दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता मोहनलाल की बेटी विस्मया मोहनलाल भी फिल्मों में काम करने जा रही हैं। वह जूड एंथनी जोसेफ के निर्देशन में बन रही फिल्म 'थुडक्कम' से मलयालम सिनेमा में डेब्यू करेंगी।
मोहनलाल की बेटी विस्मया 'थुडक्कम' से मलयालम सिनेमा में करेंगी डेब्यू

कोच्ची, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। मलयालम सिनेमा के मशहूर अभिनेता और दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता मोहनलाल की बेटी विस्मया मोहनलाल भी फिल्मों में काम करने जा रही हैं। वह जूड एंथनी जोसेफ के निर्देशन में बन रही फिल्म 'थुडक्कम' से मलयालम सिनेमा में डेब्यू करेंगी। 

इस फिल्म का निर्माण आशीर्वाद सिनेमा के तहत एंटनी पेरुंबवूर कर रहे हैं। फिल्म की पूजा सेरेमनी गुरुवार को कोच्चि में आयोजित की गई, जो मलयालम सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था।

इस कार्यक्रम में बोलते हुए अभिनेता मोहनलाल ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके दोनों बच्चे उनके जैसे फिल्मों में आएंगे। उन्होंने कहा, "जब मैं छठी कक्षा में था, तब मैंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता था, बाद में मेरे बेटे अप्पू (प्रणव) ने भी ऐसा किया। लेकिन, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अभिनेता बनूंगा, न ही मेरे बच्चों ने ऐसा सोचा था। मेरी बेटी का नाम विस्मया इसलिए रखा गया है क्योंकि मेरा जीवन हमेशा आश्चर्यों से भरा रहा है।"

मोहनलाल ने आगे कहा, "जब उन्होंने अभिनय करने का फैसला किया, तो हमने उन्हें पूरा समर्थन दिया। मेरे दोनों बच्चों को अब कड़ी मेहनत करनी होगी, मैं तो बस एक प्रेरक की भूमिका निभा सकता हूं।"

एंटनी पेरुंबवूर के बेटे भी इस फिल्म में हैं। उनका जिक्र करते हुए मोहनलाल ने मजाकिया लहजे में कहा, "फिल्म में एंटनी के बेटे की भी एक अहम भूमिका है, लेकिन यह कोई नेपोटिज्म का मामला नहीं है।" यह सुनकर सभी लोग हंसने लगे।

मोहनलाल की पत्नी सुचित्रा ने कहा, "मैं विस्मया की मां के तौर पर बोल रही हूं, मोहनलाल की पत्नी के तौर पर नहीं। जब वह आठ साल की थी और अप्पू 12 साल का था, तब हमने एक छोटी सी घरेलू फिल्म बनाई थी। यह हमारे लिए खास साल है। मोहनलाल को फाल्के पुरस्कार मिला, अप्पू की नई फिल्म रिलीज हुई है, और विस्मया ने अपना करियर शुरू किया है।"

निर्देशक जूड एंथनी जोसेफ ने स्वीकार किया कि वह विस्मया से अधिक तनाव में थे और इस पल को यादगार बताया। उन्होंने कहा, "मैं मोहनलाल का फैन बनकर बड़ा हुआ हूं और अब मैं उनकी बेटी को निर्देशित कर रहा हूं। यह मेरे लिए बहुत ही भावुक पल है।"

आशीर्वाद सिनेमा की स्थापना 1999 में एंटनी पेरुंबवूर ने की थी, वह इस फिल्म के निर्माता हैं।

--आईएएनएस

जेपी/एबीएम

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