नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक, यूजीसी नेट के लिए परीक्षा केंद्रों में 126 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। पिछली बार जहां देशभर में 239 स्थानों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी वहीं इस वर्ष यूजीसी नेट की परीक्षा देशभर के 541 अलग-अलग स्थानों पर आयोजित की जा रही है। यूजीसी नेट में हिंदू स्टडीज को शामिल किया गया है हालांकि इससे पहले ही इसी वर्ष से वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने भी हिंदू अध्ययन का एक नया पाठ्यक्रम शुरू किया है। बीएचयू के प्रवक्ता के अनुसार, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम देश में किसी विश्वविद्यालय द्वारा पेश किया जाने वाला पहला पाठ्यक्रम है। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप तैयार किया गया एक विषय है। यह पाठ्यक्रम भारत अध्ययन केंद्र द्वारा कला संकाय के तहत दर्शनशास्त्र और धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व विभाग के सहयोग से पेश किया जाएगा।
यूजीसी नेट परीक्षा भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेज में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पद के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाती है। यूजीसी नेट की परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ली जाती हैं। इसके लिए भारतभर में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन मोड में यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस वर्ष यूजीसी-नेट ब्यूरो ने सूची में एक और विषय हिंदू अध्ययन जोड़ा है। यूजीसी के मुताबिक, अब इसके लिए भी उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।
--आईएएनएस
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