
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के सीजीएम और टोल के सीईओ अब्दुल वासित ने अतरैला राजा टोल प्लाजा पर टैक्स चोरी के मामले के बाद देशभर के टोल प्लाजा के साफ्टवेयर की जांच कराने का आदेश दिया है. उन्होंने को एनएचएआई के सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को पत्र भेजकर 25 से जांच कर शीघ्र रिपोर्ट भेजने को कहा है. जांच रिपोर्ट के आधार पर इस गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बीते एसटीएफ लखनऊ की टीम ने वाराणसी-रीवां राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालगंज थाना क्षेत्र के अतरैला राजा स्थित टोल प्लाजा पर छापेमारी कर चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था. ये कर्मचारी अलग साफ्टवेयर तैयार कर वाहनों से वसूले जाने वाले टैक्स की आधी से अधिक राशि अपने निजी खाते में स्थानांतरित कर रहे थे. मामले की जानकारी जब एसटीएफ को हुई तो छापेमारी कर टोल प्लाजा से जौनपुर जिले के सिद्दीकपुर, सराय ख्वाजा निवासी आलोक कुमार सिंह, लालगंज के हरदिहां निवासी मनीष मिश्र, प्रयागराज के मेजा के परानीपुर निवासी राजीव कुमार मिश्र और भदोही जिले के ज्ञानपुर के लालानगर निवासी पंकज शुक्ला को पकड़ा था. सभी टोल प्लाजा पर कार्य करते थे. मामले का खुलासा होने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सीजीएम अब्दुल वासित ने देशभर के टोल प्लाजा के साफ्टवेयर की जांच कराने के आदेश दिए हैं.
मिर्जापुर पुलिस की विशेष टीम भी जुटाएगी सबूत
एसपी सोमेन बर्मा ने अतरैला राजा टोल प्लाजा पर टैक्स चोरी मामले की अपने स्तर से जांच कराने का निर्देश दिए हैं. उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक (नक्सल) ओपी सिंह को पुलिस की अलग टीम गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा. पुलिस अफसरों का मानना है कि टोल प्लाजा से जुड़े कई अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं. अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मामले में एक अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. उससे कई अहम सुराग मिले हैं.
24 नए कर्मचारियों की हुई तैनाती
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने अतरैला राजा स्थित टोल प्लाजा के अलावा राजस्थान के भरतपुर स्थित टोल प्लाजा से पथकर वसूलने के लिए शिवा बिल्टेक कंपनी को ठेका दिया है. छापेमारी के बाद कंपनी ने भरतपुर से दूसरे कर्मचारियों को अतरैला टोल पर भेज कार्य शुरू करा दिया है. यहां टोल प्लाजा प्रबंधक आशीष समेत 24 कर्मियों की तैनाती की गई है. प्रबंधक अशीष तिवारी ने बताया कि पथकर वसूली के लिए कंपनी ने भदोही निवासी पंकज शुक्ला को पेटी कांट्रेक्टर के तौर पर रखा था. पंकज ही अपने कर्मचारियों के माध्यम से वाहनों से पथकर वसूलते थे.
वाराणसी न्यूज़ डेस्क