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सीकर में 15 साल की नाबालिग से नशीला पदार्थ पिलाकर किया रेप, एक्सक्लुसीव फुटेज में जानें मुंह खोलने पर दी जान से मारने की धमकी

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जिले में एक नाबालिग के साथ हुई दुष्कर्म की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शहर कोतवाली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महज 24 घंटों में दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने बताया कि यह घटना हाल ही में सामने आई थी, जब पीड़िता के परिवार ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की और पूरे क्षेत्र में छानबीन के बाद आरोपियों की लोकेशन का पता लगाया। थानाधिकारी ने कहा कि गिरफ्तारी में पुलिस की तेजी और सटीक कार्रवाई का अहम योगदान रहा।

मामले के अनुसार, नाबालिग को आरोपी ने अपने नियंत्रण में रखते हुए उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद आरोपियों ने धमकी दी कि यदि पीड़िता या उसका परिवार किसी को कुछ बताए तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस धमकी के चलते पीड़िता कुछ समय तक अपने परिवार से भी बात करने में डरती रही।

कोतवाली पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ धारा 376 (बलात्कार) और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से सबूत भी बरामद किए गए हैं, जो मामले की गंभीरता को और स्पष्ट करते हैं।

स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि इस तेजी से कार्रवाई करने से न केवल न्याय की उम्मीद बढ़ी है, बल्कि भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने में भी मदद मिलेगी।

विशेषज्ञों का कहना है कि नाबालिगों के खिलाफ दुष्कर्म और यौन अपराध समाज में भय और असुरक्षा की भावना पैदा करते हैं। उन्होंने अभिभावकों और समाज से अपील की है कि वे बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें और उन्हें इस तरह के खतरों के प्रति सतर्क करें।

राजस्थान में नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के मामलों में कठोर सजा का प्रावधान है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा और पीड़िता को मानसिक तथा कानूनी सहारा प्रदान किया जा रहा है।

इस घटना ने सीकर जिले में नाबालिगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने इलाके में निगरानी बढ़ा दी है और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं।

स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे अपराध समाज में भय और असुरक्षा पैदा करते हैं और उनकी पुनरावृत्ति रोकना आवश्यक है।

कोतवाली पुलिस ने स्पष्ट किया कि पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। अब न्यायालय प्रक्रिया के तहत आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला नाबालिगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की अहमियत को फिर से सामने ला रहा है। पुलिस और समाज को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसे अपराधों की घटनाएं न हों और बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिले।

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