
बिहार न्यूज़ डेस्क वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए राज्य अनुश्रवण समिति की बैठक में कंप्यूटराइज्ड रेंडमाइजेशन से बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत 40 हजार 99 आवेदकों का अंतिम रूप से चयन किया गया. 19 हजार 901 का आवेदन कागजात के काण रद्द किया गया.
40 हजार 99 लाभुकों को प्रथम किस्त के रूप में प्रति लाभुक 50 हजार रुपए की दर से 200 करोड़ 49 लाख की राशि का भुगतान किया गया. उद्योग विभाग ने बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत राज्य अनुश्रवण समिति की कार्यवाही जारी की. बताया गया कि इस योजना के तहत चयनितों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के माध्यम से कराया जा रहा है. प्रथम किश्त प्राप्त 40,099 लाभुकों में से 33,350 लाभुकों का प्रशिक्षण पूर्ण हो चुका है, शेष लाभुकों का प्रशिक्षण प्रक्रियाधीन है. कुल 40,099 लाभुकों में से 9089 लाभुकों को द्वितीय किस्त (प्रति लाभुक एक लाख रुपए की दर से) कुल 90 करोड़ 89 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है. अन्य लाभुकों का उपयोगिता प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है. बिहार लघु उद्यमी योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए विभाग द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया तैयार किया गया है, जिसका अनुमोदन राज्य अनुश्रवण समिति द्वारा किया गया. वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 50,000 नए लाभुक एवं विगत वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के विरुद्ध रिक्त रह गए 9901 लाभुकों को निर्धारित मापदण्डों के अनुसार चयन करने की स्वीकृति दी गई. लक्ष्य के विरुद्ध 20 फीसदी की प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जाएगी.
दूरबीन विधि से सर्जरी की बारीकियां सीखीं
विशेषज्ञों के सम्मेलन युवा आईजीई के तीसरे और अंतिम दिन दूरबीन विधि से सर्जरी की बारीकियों पर चर्चा हुई. नई तकनीक के इस्तेमाल में बरती जानेवाली सावधानियों और इसके फायदे के बारे में युवा चिकित्सकों को बताया गया. बताया गया कि इस तकनीक से राज्य के दूर-दराज जिले के मरीजों को भी फायदा पहुंचाया जा सकता है.
को पुणे के डॉ. शैलेश पुताम्बकर ने यूटेरस के कैंसर, डॉ. सुधा टंडन ने इन्डोमेट्रियोसिस, डॉ. पीजी पोल ने यूटेरस के स्कार में प्रेगनेंसी, डॉ. सेजल ने फाइब्रोइड का दूरबीन विधि से इलाज के बारे में विस्तार से चर्चा की. मौके पर आयोजन सचिव डॉ. मुक्ता अग्रवाल एवं मिडिया प्रभारी डॉ. पूनम लाल डॉ. पूनम दीक्षित, डॉ.संगम झा, डॉ. मोनिका अनंत थीं.
रोहतास न्यूज़ डेस्क