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Pratapgarh Uttrapradesh बोनट पर लपटें, चीखें सुनकर जान पर खेल गए दोनों सिपाही

बरेली में सिपाही की ये बात सुनकर इंस्पेक्टर ने ठीक होने के लिए दी अश्लील सलाह

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  आधीरात के घने अंधेरे में हाईवे की खाई की गहराई में स्कार्पियो के भीतर आग की लपटों से घिरे चार लोग जीवन पर संकट देख मदद के लिए सिर्फ भगवान को बुला रहे थे. स्कार्पियो का बोनट धू-धूकर जल रहा था. भीतर फंसे लोगों के मुंह से यही निकल रहा था कि हे भगवान कोई तो बचाओ. तभी देवदूत की तरह ही रंगौली पुलिस चौकी के दो सिपाही पहुंचे. वे करुण चीख सुनकर आग, बिजली की परवाह किए बगैर जान पर खेल गए. शीशा तोड़कर सभी को बाहर निकाला ही था कि दो मिनट में पूरी गाड़ी जलकर राख हो गई.

स्कार्पियो मानधाता के सराय मुरार सिंह निवासी विनोद कुमार पटेल चला रहा था. देल्हूपुर कोट का पुरवा के उसके फुफेर भाई और दोस्त विशाल, आशीष और संदीप बैठे थे. विनोद के घर का मोड़ पहले था लेकिन वह साथियों को उनके घर पहुंचाने जा रहा था. प्रयागराज-अयोध्या हाईवे पर स्कार्पियो देल्हूपुर के कनेस्ता रंगौली के पास पहुंची तो अनियंत्रित होकर पोल और ट्रांसफार्मर से टकराने के बाद उसमें आग लग गई. स्कार्पियो खाई में गिरने के बाद धू-धूकर जलने लगी. ढाबा संचालक की सूचना पर 500 मीटर दूर रंगौली पुलिस चौकी में मौजूद सिपाही उपेंद्र और दिलीप तीन मिनट में मौके पर पहुंच गए. उपेंद्र ने बताया कि बिजली के तार टूटे थे.

आग ने स्कार्पियो के बोनट तक पड़ लिया था. भीतर फंसे लोग सिर्फ यही चिल्ला रहे थे कि भगवान कोई तो बचाओ. उपेंद्र ने बताया कि उसके साथ दिलीप भी करंट से डर रहा था. तभी यह ख्याल आया कि स्कार्पियो में करंट होता तो भीतर मौजूद लोग चीख न रहे होते. बस वे दोनों करीब पहुंचे तो देखा चालक और दूसरी ओर का शीशा टूट गया था. उन लोगों ने पीछे की सीट के शीशे तोड़कर गेट खोल लिया और सभी को बाहर खींच लिया. कुछ ही देर में पूरी स्कार्पियो जलकर राख हो गई. गंभीर चोटों के कारण विनोद पटेल की मौत हो गई. रात में दोनों सिपाहियों की बहादुरी इलाके में चर्चा में रही.

 

 

प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क

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