Patna किलकारी में दीदी की किड्स जोन रसोई चलेगी,मार्च तक आठ जगहों पर खुलेगी दीदी की रसोई

बिहार न्यूज़ डेस्क किलकारी बाल भवन में भी अब जीविका दीदी की रसोई चलेगी. किलकारी में दीदी की रसोई को किड्स जोन रसोई का नाम दिया जाएगा. बच्चों को ध्यान में रख कर खाना बनाया जाएगा. बच्चों के बैठने की व्यवस्था भी उसी तरह से होगी, जिससे उन्हें खाने में सहूलियत हो. रसोई में पौष्टिक खाने की तस्वीरें लगाई जाएंगी. जिससे बच्चों को पौष्टिक खाने की जानकारी मिले. खाने की वैरायटी भी ऐसा रखा जाएगा जिससे बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक हो.
किलकारी बाल भवन पटना में यह पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जाएगी. इसके बाद सभी किलकारी बाल भवन में दीदी की रसोई शुरू होगी. जीविका की ओर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद में दीदी की रसोई को कैफेटेरिया का रूप दिया जाएगा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद में चूंकि कई और कार्यालय चलते हैं. ऐसे में कैफेटेरिया के रूप में दीदी की रसोई काम करेगी.
जीविका दीदियों की रसोई की बहुत ही मांग है. इसके लिए हमारा प्रयास है कि जहां से भी दीदी की रसोई के लिए मांग आए, वहां पर शुरू की जाए. ऐसे कई जगहों पर जल्द ही दीदी की रसोई शुरू की जाएगी.
-हिमांशु शर्मा, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जीविका बिहार
● किलकारी बाल भवन पटना में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जाएगी रसोई
जीविका की ओर से लगातार दीदी की रसोई शुरू की जा रही है. पटना जीपीओ में यानी 28 को दीदी की रसोई शुरू की गयी है. वहीं मार्च तक आठ जगहों पर दीदी की रसोई शुरू की जाएगी. इसमें आयुर्वेदिक कॉलेज, तिब्बती कॉलेज, पारा मेडिकल कॉलेज शामिल है. इसके साथ ही डायल 112 पुलिस लाइन में भी दीदी की रसोई शुरू की जाएगी. बांकीपुर डाकघर में भी दीदी की रसोई शुरू होगी.
पूरे बिहार से 50 हजार दीदी हैं शामिल दीदी की रसोई की खास बात है कि इनकी रसोई में काफी साफ सफाई रहता है. दस से 11 महिलाएं मिलकर खाना बनाती है और फिर परोस कर देती हैं. खाने की थाली के साथ ही विभिन्न तरह के खाने का सामान शामिल है. बता दें कि पूरे बिहार से 50 हजार जीविका दीदी इससे जुड़ी हैं. पूरे बिहार में 221 दीदी की रसोई विभिन्न कार्यालय आदि में चल रही है.
पटना न्यूज़ डेस्क