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Noida  करंट लगने से संविदा लाइनमैन की मौत, रहेटुआ परसरामपुर में फ्यूज जोड़ते समय लगा करंट

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक अनियंत्रित डीसीएम ठेले और ई रिक्शा को टक्कर मारते हुए घुस गया। इस भीषण हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई।  सीतापुर के शहर के क्षेत्राधिकारी सुशील सिंह ने बताया कि देर रात तेज रफ्तर डीसीएम वाहन ने वहां पर खड़े आइसक्रीम ठेले और ई-रिक्शा को टक्कर मारी दी। इस हादसे में तीन की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य कई लोग लोग घायल हो गए है।  मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत डीसीएम वाहन चालक और वाहन को कब्जे में ले लिया गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।  वहीं नाले में गिरने से कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। सभी का उपचार जारी है।  स्थानीय लोगों के अनुसार क्षेत्र के बस अड्डे चौराहे पर देर रात एक अनियंत्रित डीसीएम ने ई-रिक्शा को टक्कर मार दी। टक्कर लगने से सवारियां जमीन पर गिर गईं। पास में ही शहर कोतवाली के ठीकरपुरवा निवासी आकाश आइसक्रीम का ठेला लगाए हुए था। टक्कर लगने से आकाश और ई रिक्शा में सवार एक युवक पास में बने नाले में गिर गये। इस हादसे में तीन की मौत हो गई है।

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  फतनपुर थाना क्षेत्र के रहेटुआ परसरामपुर गांव में  दोपहर हाई टेंशन लाइन के ट्रांसफॉर्मर से फ्यूज जोड़ते समय संविदा लाइनमैन की मौत हो गई. परिजन सहायक एसएसओ पर दूसरे फीडर को शटडाउन देने का आरोप लगाते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर उपकेंद्र जाने लगे. एसओ ने उपकेंद्र पर पुलिस तैनात कर दी और परिजनों को रास्ते में रोक लिया. उनकी तहरीर पर एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया तो परिजन शव अंतिम संस्कार के लिए ले गए.

फतनपुर थाना क्षेत्र के रामापुर निवासी 32 वर्षीय हरकेश यादव विद्युत उपकेंद्र में संविदा लाइनमैन था. वह  दोपहर मधवापुर फीडर से जुड़े रहेटुआ परशुरामपुर गांव में हाई टेंशन लाइन से गांव के ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज जोड़ रहा था. उपकेंद्र से शटडाउन लेने के बाद फ्यूज जोड़ने लगा, लेकिन वह अचानक करंट की चपेट में आ गया. इससे वह गंभीर रूप से झुलस गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप था कि उपकेंद्र पर मौजूद सहायक सब स्टेशन ऑपरेटर प्रदीप चौरसिया ने मधवापुर के बजाय रामपुर का शटडाउन दे दिया था. इसकी जानकारी होते ही लाइनमैन के गांव के लोग पहुंचे और आक्रोश जताने लगे. लोग उपकेंद्र का घेराव करने जा रहे थे लेकिन वहां पहले से ही पुलिस पहुंच गई थी. ऐसे में लोग लौट आए.  को पोस्टमार्टम के बाद शव घर पर रखा था.  सुबह परिजन आर्थिक सहायता और कार्रवाई की मांग को लेकर अंतिम संस्कार से इनकार करने लगे. सूचना पर फतनपुर पुलिस के साथ ही रानीगंज अधिशासी अभियंता पहुंचे और बातचीत कर 65 हजार रुपये की नकद आर्थिक सहायता दी तो लोग अंतिम संस्कार को राजी हो गए. संविदा लाइनमैन की सात और 10 साल की दो बेटियां हैं.

सांसद पहुंचे, ठेकेदार ने फिर भड़काया

संविदा लाइन मैन के अंतिम संस्कार के लिए लोग शव ले जाने की तैयारी कर रहे थे. तभी सांसद डॉ. एसपी सिंह पटेल पहुंच गए. उन्होंने एसडीएम से बात कर आर्थिक सहायता दिलाने को कहा. कुछ देर बाद एक ठेकेदार पहुंचा. बोला कि पांच लाख रुपये तत्काल देना चाहिए था. इस पर लोग फिर से शव लेकर उपकेंद्र का घेराव करने जाने लगे. हालांकि फतनपुर के साथ ही मौके पर पहुंचे एसओ और सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी ने रोक लिया. परिजनों की ओर से एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर ली तो लोग शव लेकर चले गए. लाइनमैन की मौत पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख गौरा राकेश कुमार, जिला पंचायत सदस्य जयसिंह, रामपाल, संतोष, रामनिरंजन गोली, संजय आदि ने घर पहुंचकर संवेदना जताई.

 

 

नोएडा न्यूज़ डेस्क

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