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Noida  ग्रेटर नोएडा में 20 एजेंसी सूखा कूड़ा उठाएंगी, प्राधिकरण ने जांच के बाद इनका चयन किया

Chapra सारण के 20 प्रखंडों की 85 पंचायतों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जाएगा

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  प्राधिकरण ने शहर में घरों और फैक्टरियों से निकलने वाले सूखा कूड़ा को उठाने के लिए 20 एजेंसी का चयन किया है. इन एजेंसियों को ग्लास, मेटल, प्लास्टिक, पेपर आदि जैसे सूखे कूड़े उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया है. इस बारे में आम लोगों को जागरूक करने के लिए सूचना जारी कर दी गई है. इससे सूखे कूड़े के प्रबंधन की समस्या के साथ इस कारोबार से जुड़ी एजेंसियों/कबाड़ियों का रिकॉर्ड भी तैयार हो जाएगा.

ग्रेटर नोएडा शहरी क्षेत्र में घरों और फैक्टरियों से निकलने वाला सूखा कूड़ा किन लोगों की ओर से उठाया रहा जा रहा है और उसका निस्तारण किस तरह किया जा रहा है. इस बारे में प्राधिकरण के पास कोई सही जानकारी नहीं थी. सेक्टरों से सूखा कूड़ा उठाने या खरीदने को लेकर कई बार विवाद भी हो चुका है. इस समस्या को देखते हुए प्राधिकरण ने इस कारोबार से जुड़ी एजेंसियों/कबाड़ियों को सूचीबद्ध करने की योजना बनाई थी. इसके लिए प्रस्ताव मांगे गए थे. जांच पड़ताल के बाद पात्र पाई गई 20 एजेंसियों का चयन किया गया.

प्राधिकरण अधिकारी के मुताबिक, सूखा कूड़ा प्रबंधन के लिए जिन एजेंसियों का चयन किया गया है. उनमें ए3वी इंफ्रा स्टेट, ब्राइट मॉडर्न सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, सीएसटी फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विसेज, , जेएस इंटरप्राइसेस आदि शामिल हैं. इन एजेंसियों को ग्लास, मेटल, प्लास्टिक, पेपर आदि के लिए अधिकृत किया गया है. ये एजेंसियां सूखे कूड़े के अलावा अन्य किसी भी तरह की वस्तुएं नहीं खरीद सकेंगी. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि प्राधिकरण के पास एक रिकॉर्ड तैयार हो जाएगा कि शहर में किन एजेंसियों द्वारा सूखा कूड़ा उठाया जा रहा है. साथ ही सूखे कूड़े का किस तरह निस्तारण किया जा रहा है, इसकी भी जानकारी आासानी से मिल जाएगी. इसके आधार पर आगे की कार्ययोजना बनाने में आसानी होगी.

इस संबंध में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि प्राधिकरण क्षेत्र में सूखा कूड़ा उठाने के लिए 20 एजेंसियों का चयन कर लिया गया है. लोगों की जानकारी के लिए इसकी सूची जारी कर दी गई है. सूचीबद्ध की गई एजेंसियों को ग्लास, मेटल, प्लास्टिक, पेपर आदि के लिए अधिकृत किया गया है. चयनित एजेंसियां ही कूड़ा उठा सकती हैं. इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी.

अधिकारी के मुताबिक, चयन की गई एजेंसियों को निर्धारित शर्तों और मानक के अनुसार काम करना होगा. नियमों का उल्लंघन करने पर ग्रेनो प्राधिकरण कार्रवाई करेगा. इसेक साथ ही कौन सी एजेंसी किस क्षेत्र में काम कर रही है,इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी. सेक्टरवासियों से भी फीडबैक लिया जाएगा.

सेक्टरों के आंतरिक हिस्से और शहर की मुख्य सड़कों पर हुए गड्ढे की समस्या से अगले दो माह में निजात मिल जाएगी. पैच रिपयेरिंग के कार्य के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने निविदा जारी कर दी है. इस पर लगभग तीन करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. निविदा की प्रक्रिया पूरी कर एक माह में काम शुरू करा दिया जाएगा.

दरअसल, रखरखाव के अभाव में सेक्टर की आतंरिक सड़कों के साथ मुख्य सड़कों पर जगह-जगह पर गड्ढे हो गए हैं, जिससे हादसा होने की आशंका बनी रहती है. बीते दिन हुई बारिश होने पर भी यहां पानी जमा हो गया. हालांकि, टूटी सड़कों की मरम्मत के संबंध में प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी द्वारा पूर्व में दिशा निर्देश दिए गए थे. अब लोगों की परेशानी को देखते हुए प्राधिकरण ने शहर की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने की कार्ययोजना तैयार की है. इसके तहत प्रथम चरण में वर्क सर्किल-4, 5, 6 और 7 के विभिन्न सेक्टरों की आंतरिक और बाहरी सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा.

पैच रिपयेरिंग के कार्य के लिए निविदा जारी कर दी गई है. निविदा जमा करने की अंतिम तिथि तीन  2025 है. इन चारों वर्क सर्किल के अंतर्गत लगभग 75 सेक्टर और आसपास के गांव आते हैं. प्राधिकरण अधिकारी के मुताबिक, पैच रिपेयरिंग के कार्य पर लगभग तीन करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

बता दें कि सूरजपुर-कासना मार्ग, जुनपत गोलचक्कर से सेक्टर म्यू की तरफ जाने वाली सड़क, सेक्टर ईटा स्थित मिग्सन सोसाइटी के सामने, अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, स्वर्ण नगरी आदि सेक्टरों में सड़कों पर जगह-जगह पर गड्ढे हो गए हैं. ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी कई सड़कों पर गड्ढे हैं.

 

 

नोएडा न्यूज़ डेस्क

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