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Nainital हैड़ाखान मार्ग बंद होने से 120 गांवों में खाद्यान्न संकट गहराया, काठगोदाम-हैड़ाखान मार्ग पर पहाड़ी से लगातार मलबा गिरने से 5वें दिन भी ठप रहा यातायात, ग्रामीण परेशान
 

Nainital हैड़ाखान मार्ग बंद होने से 120 गांवों में खाद्यान्न संकट गहराया, काठगोदाम-हैड़ाखान मार्ग पर पहाड़ी से लगातार मलबा गिरने से 5वें दिन भी ठप रहा यातायात, ग्रामीण परेशान


उत्तराखंड न्यूज़ डेस्क,  काठगोदाम-हैड़खान मार्ग पर पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला लगातार जारी है. मार्ग पर आवागमन बंद हैं. ऐसे में भीमताल विस क्षेत्र के 120 से अधिक गांव के करीब 50 हजार लोगों की परेशानी बढ़ गई है. सड़क ठप होने की वजह से राशन, दूध, सब्जी आदि की सप्लाई नहीं हो रही है. प्रभावित इलाकों में खाद्यान्न का संकट गहरा गया है. साथ ही गांव से हल्द्वानी मंडी में आने वाली सब्जियां भी डंप हो गईं हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी समस्या पैदा हो गई है.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि वह सामान खरीदने के लिए हल्द्वानी बाजार आते हैं, लेकिन हैड़ाखान मार्ग बंद होने की वजह से उनका संपर्क हल्द्वानी से कट गया है. इन दिनों प्रभावित गांवों में माल्टा, नीबू, अदरक, आलू और तेजपत्ता होता है. ग्रामीण यह हल्द्वानी मंडी में बेचने के लिए लाते हैं. ग्रामीणों की मानें तो रोजाना लगभग 40 से 50 छोट-बड़े मालवाहक वाहनों से स्थानीय फल और सब्जियों को मंडी लाया जाता है, लेकिन पांच दिन से सड़क बंद होने की वजह से कई कुंतल सामान डंप हो गया है. बेहद जरूरी होने पर लोग जान जोखिम में डालकर क्षतिग्रस्त मार्ग से आवाजाही करने को मजबूर हैं. वहीं एलपीजी सिलिंडर की गाड़ी और सरकारी सस्ता गल्ला का राशन कोटा भी दुकानों तक नहीं पहुंच रहा है.

लोनिवि ने डीएम को भेजी रिपोर्ट हैड़ाखान मार्ग पर पहाड़ी से मलबा आने की वजह से 14 नवंबर देर रात से बंद है.  भी सड़क पर मलबा आने का सिलसिला जारी था. लोनिवि अधिकारियों के अनुसार पहले दिन सड़क का लगभग 70 मीटर हिस्सा प्रभावित था, लेकिन पांचवें दिन तक 150 मीटर हिस्सा प्रभावित हो गया है. ऐसे में अधिकारी पहाड़ी के खतरे की जद में होने की बात कह चुके हैं. वहीं  लोनिवि नैनीताल प्रांतीय खंड के ईई दीपक गुप्ता ने डीएम को रिपोर्ट भेजी है.
40 से 50 किमी बढ़ गई दूरी हैड़ाखान मार्ग बंद होने से क्षेत्र के प्रभावित गांव के लोगों को दिक्कतें यातायात को लेकर बढ़ गई हैं. ऐसे में ग्रामीणों को धानाचूली से भीमताल होते हुए हल्द्वानी आना पड़ रहा है. ऐसे में उनके लिए 40 से 50 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है. इसलिए वे लोग बेहद जरूरी काम से ही आ पा रहे हैं.
हैड़ाखान मार्ग 5 दिन से बंद होने की वजह से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विभाग ने जल्द मार्ग नहीं खोला गया तो आंदोलन किया जाएगा.
- नवीन पलडिया
अध्यक्ष, जमरानी बांध संघर्ष समिति
रोजमर्रा की चीजें हल्द्वानी शहर से ही लाते हैं. साथ ही गैस, दूध सहित राशन आदि भी शहर से ही आता है, मार्ग बंद होने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
- इंदर मेहता, ग्राम प्रधान
हैड़ाखान मार्ग बदं होने की वजह से गांव में रोजमर्रा की वस्तुओं का संकट हो गया है. सरकारी राशन कोटा तक गांव में नहीं पहुंच रहा है. विभाग पहले चेत जाता तो शायद ऐसा नहीं होता.
- चिराग बोरा, ग्राम प्रधान
हैड़ाखान मार्ग बंद होने की वजह से करीब 120 गांव के लोग प्रभावित हैं. अधिकारियों से स्लाइड जोन बदलकर दूसरी तरफ से रास्ता बनाने को कहा है.
- राम सिंह कैड़ा, विधायक, भीमताल

नैनीताल न्यूज़ डेस्क !!!
 

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