
बिहार न्यूज़ डेस्क मिथिला के जिले के लोगों को केंद्र सरकार की आगामी बजट से बड़ी उम्मीदें हैं. सीमांचल क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास, कृषि को बढ़ावा, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांगें प्रमुख हैं. स्थानीय किसानों को कृषि के लिए अनुदान, उर्वरकों पर सब्सिडी और सिंचाई सुविधाओं में सुधार की उम्मीद है. वहीं, युवाओं को रोजगार के अवसर और छोटे व्यापारियों को सस्ता कर्ज मिलने की उम्मीदें हैं. जिले के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने की मांग भी जोर पकड़ रही है. साथ ही, बाढ़ और सूखे से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास के लिए विशेष पैकेज की उम्मीद की जा रही है. मधुबनी के लोग इस बार बजट में अपनी समस्याओं का समाधान और समग्र विकास का रोडमैप देखने की उम्मीद कर रहे हैं.बैंक, सरकारी दफ्तर और अन्य कार्यालयों में बजट के प्रावधान के अनुसार सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. इसलिए बजट में स्वरोजगार व कृषि से जुड़ने वाले युवाओं के लिए अगल से प्रावधान हो और उसका सही तौर पर अनुपालन हो, इसका ख्याल रखा जाए.
-चंदन यादव, युवा
महिलाएं आत्मनिर्भरता के लिए योजनाओं और सुरक्षा पर बल चाहती हैं. महिलाओं को पर्यटन उद्योग मधुबनी पेंटिंग और स्थानीय कला को बढ़ावा देने की उम्मीद है. क्योंकि इसका सीधा लाभ महिलाओं को मिलेगा.
-कंचन मिश्रा
मिथिला के इस क्षेत्र को केंद्र सरकार के बजट से कृषि, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना में सुधार की काफी उम्मीद है. व्यापारी करों में राहत और आसान ऋण की अपेक्षा रखते हैं. प्रोफेशनल क्षेत्र के लोगों को उनके कार्यदक्षता संवर्द्धन के लिए नियमित काउंसिलिंग संचालन जरूरी है.
- सियाराम सदाय, अधिवक्ता
मोतिहारी न्यूज़ डेस्क