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Moradabad सूबे में 44 लाख बच्चों की अभी तक नहीं बन सकी अपार आईडी

Katihar विद्यालय से बाहर के बच्चों का होगा गृहवार सर्वेक्षण

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   सरकारी व निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की अपार आईडी बननी है. इसको लेकर आदेश काफी पहले जारी किया जा चुका है, लेकिन अभी भी सूबे के करीब 44 लाख बच्चों की अपार आईडी नहीं बन सकी है. अभी हाल में ही महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में इस मामले में शिथिलता पर मातहतों के पेंच भी कसे थे.

कक्षा एक से लेकर इंटर तक के सभी विद्यालयों के बच्चों की अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) आईडी बननी है. सत्र पूरा होने को है और सूबेभर में करीब 30 प्रतिशत बच्चों की अपार आईडी ही नहीं बन सकी है. ये आईडी बच्चों के लिए जरूरी है, फिर भी स्कूल इस ओर ध्यान नहीं दे रहा. जिम्मेदारों की शिथिलता का आलम यह है कि परिषदीय और या निजी स्कूल, कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां एक भी अपार आईडी नहीं बन सकी है.

प्रदेश में अनएडेड बेसिक स्कूलों में 20  तक 22,33,350 छात्रों की अपार आईडी नहीं बन सकी थी. वहीं अनएडेड सेकेंड्री एजुकेशन में ये आंकड़ा 21,43,089 है. अगर मुरादाबाद जिले की बात करें तो जिले के 1440 स्कूलों में अब तक अपार आईडी बनने की शुरुआत भी नहीं हुई है. इसको लेकर बीएसए ने नाराजगी भी जताई है.

प्रदेश में सबसे खराब स्थिति कन्नौज और आजमगढ़ की

अपार आईडी बनवाने में सबसे खराब स्थिति आजमगढ़ और कन्नौज जिले की है. कन्नौज में अनएडेड बेसिक स्कूलों में 56.07 फीसदी पेंडेंसी है. वहीं सेकेंड्री एजुकेशन में 59.39 फीसदी पेंडेंसी अभी तक है. इसके अलावा आजमगढ़ में भी स्थिति खराब है. यहां पर बेसिक में 53.44 व सेकेंड्री एजुकेशन में 58.71 फीसदी पेंडेंसी हैं. इसी तरह मुरादाबाद मंडल में सबसे खराब स्थिति अमरोहा की है. यहां बेसिक अनएडेड में 26.16 फीसदी व सेकेंड्री अनएडेड में 23.56 फीसदी पेंडेंसी है.

क्यों जरूरी है अपार आईडी

अपार आईडी विद्यार्थियों का अहम पहचान पत्र है, जिसमें 12 अंकों का कोड होता है. इसमें छात्रों के स्कोर कार्ड, मार्कशीट, ग्रेडशीट, डिग्री, डिप्लोमा, प्रमाण पत्र और सह-पाठ्यचर्या उपलब्धियों सहित सभी शैक्षणिक क्रेडिट की जानकारी आसानी से मिल सकेगी. जिस तरह आधार कार्ड नागरिकों का पहचान पत्र है. उसी तरह अपार आईडी में छात्रों की एजुकेशन डिटेल्स से लेकर स्कॉलरशिप और स्पोर्ट्स डिटेल्स तक शामिल होंगी. स्टूडेंट की अपार आईडी में कोर्स, मार्क्स, सर्टिफिकेट सहित विभिन्न संस्थानों से प्राप्त उपलब्धियां शामिल होंगी. यह सब डिजिलॉकर के साथ इंटीग्रेशन से संभव होगा.

 

 

मुरादाबाद न्यूज़ डेस्क

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