
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क पहचान छुपाकर कई महीनों से सुलतानपुर में रह रहे संदिग्ध मान सिंह को आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार कर लिया. एटीएस की तफ्तीश में पता चला कि वह मूल रूप से पंजाब के फजिल्का जिले के शेख सुभान अर्नीवाला का रहने वाला है. उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाता भी खुलवा रखा था. फर्जी पते पर पासपोर्ट भी बनवाना कर विदेश भागना चाह रहा था.
एटीएस के मुताबिक टीम को सूचना मिली थी कि कुछ दिन से मान सिंह नाम का युवक अपना हुलिया बदलकर जनपद सुलतानपुर के कादीपुर तौकलपुर नगरा में रह रहा है. उसने कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर अपना पहचानपत्र भी बनवा रखा है. उसने सुरापुर की बड़ौदा यूपी बैंक में खाता भी खुलवा रखा था. इसके अलावा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड, निर्वाचन कार्ड आजमगढ़ के बूढ़नपुर सरैया का बनवा रखा था. आरोपित को अयोध्या बुलाकर उससे पूछताछ की गई. पूछताछ में कई चौकाने वाले राज सामने आए. पता चला कि मान सिंह ने अप्रैल माह 2024 में सुलतानपुर के पते से ही पासपोर्ट के लिए भी आवेदन किया था.
कटिया लगाकर सो रहे थे, 35 लोग पकड़े गए
बिजली चोरी के खिलाफ लेसा ने तड़के सुबह अभियान चलाकर 35 बिजली चोरों को पकड़ा. कई उपभोक्ता रात में सीधे खंभे से कटिया लगाकर सो रहे थे. मेहताब बाग की रईस मंजिल में 14, पाटानाला में चार, वजीरगंज में चार, छत्तन पार्क में एक, राधाग्राम में तीन, चौपाटियां कालोनी में चार और बालाघाट के सरदार नगर, रेल नगर में चार बिजली चोर पकड़े.
फूल व्यापारी की बाइक लूट ले गए
पीजीआई कोतवाली में फूल व्यापारी ने लूट का मुकदमा दर्ज कराया है. आरोपितों ने सितंबर माह में व्यापारी पर हमला किया था. शिकायत करने पर धमकी दी थी. पीजीआई कोतवाली में सुनवाई नहीं होने पर पीड़ित ने न्यायालय में अर्जी दायर की थी. जहां से आदेश मिलने पर मुकदमा लिखा गया. ठाकुरगंज नगरिया निवासी संतोष सैनी फूल का व्यापार करते हैं. तीन सितंबर की शाम करीब पांच बजे संतोष एक जगह फूल देने जा रहा था. रास्ते में वह कबाब-पराठे खाने के लिए एक दुकान पर रुका. आरोप है कि दुकान पर पहले से मौजूद तीन युवकों ने गाली दी. मना करने पर संतोष पर हमला कर बाइक लूट ली.
पीड़ित के मुताबिक तीन सितंबर को तहरीर देने के बाद भी पीजाआई पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा. नतीजतन छह सितंबर को फिर से व्यापारी को धमकी दी गई. कार्रवाई नहीं होने पर संतोष ने कोर्ट में अर्जी दी थी. जहां से आदेश मिलने के बाद मुकदमा दर्ज हुआ.
मेरठ न्यूज़ डेस्क