Madhubani पोर्टल संस्थागत प्रसव की प्रविष्टि मात्र 13, पोर्टल पर प्रविष्टि के बाद ही मिलता है लाभार्थी को योजना का लाभ
बिहार न्यूज़ डेस्क सीमांचल के विभिन्न जिलों में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजनान्तर्गत संस्थागत प्रसव का ई जननी पोर्टल पर लाभार्थी की प्रवृष्टि संतोषनक नहीं है. 1 अप्रैल से 15 दिसंबर तक संस्थागत प्रसव का प्रविष्टी कटिहार और अररिया जिले में चार-चार प्रतिशत और पूर्णिया में 21 और किशनगंज में 24 प्रतिशत ही प्रविष्टी हो पाया है. लक्ष्य के अनुसार काम नहीं करने पर पूर्णिया प्रक्षेत्र के स्वास्थ्य उप निदेशक और आरपीएम ने सीमांचल के सभी जिलों के जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम को प्रविष्टी का काम में तेजी करने का आदेश दिया है. राज्य में संस्थागत प्रसव का ई जननी पोर्टल पर 13 प्रतिशत ही हुआ है प्रविष्टी
रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 6 लाख 73 हजार 929 संस्थागत प्रसव का प्रविष्टी करने का लक्ष्य दिया गया था. मगर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण म्मात्र 86 हजार 634 यानि लक्ष्य का मात्र 13 प्रतिशत ही प्रविष्टी हो पाया है.
क्या हो रही है परेशानी स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के अनुसार मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत संस्थागत प्रसव का डाटा शत प्रतिशत प्रविष्टी नहीं किया गया तो संबंधित कन्या के माता ओ इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता है. इस योजना के अनुसार शत प्रतिशत पूर्ण टीकाकरण कराने और शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने वाली महिला को कन्या को जन्म देने पर प्रोत्साहन राशि का भुगतान दिया जाता है.
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत संस्थागत प्रसव का अप्रैल से लेकर 15 दिसंबर तक इस वर्ष में सबसे ज्यादा लक्ष्य का 35प्रतिशत अरवल और सबसे कम सीवार में 3 प्रतिशत प्रविष्ठी किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार औरंगाबाद में 21, बांका मं 18,बेगुसराय में 24, भागलपुर 26, भोजपुर में 17, बक्सर में 21, दरभंगा में 7, गया में 8, गोपालगंज में 9,जुमई में 4,जहानाबाद में 23, कैमुर में 32, खगडिया में 17 और लखीसराय में 18 और मधेपुरा में 20 प्रतिशत ही संस्थागत प्रसव का प्रविष्टी किया गया है.
वहीं मधुबनी में 10, मुंगेर में 33,मुजफ्फपुर में 12, नालंदा में 12, नवादा में 14, पश्चिमी चंपारण में 2, पटना में 14,पूर्वी चांपरण में 5, रोहतास में 14,सहरसा में 16, समस्तीपुर में 8,सारण में 16, शेखपुरा में 23, शिवहर में 14, सीतामढ़ी में 7, सीवान में 3, सुपौल में 16, वैशाली में 11 प्रतिशत प्रविष्टी किया गया है.
मधुबनी न्यूज़ डेस्क