Samachar Nama
×

Lucknow लेटकर लैपटॉप पर घंटों काम से युवाओं में बढ़ा जोड़ों का दर्द

Lucknow लेटकर लैपटॉप पर घंटों काम से युवाओं में बढ़ा जोड़ों का दर्द

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क लेटकर या गलत तरीके से लैपटॉप और मोबाइल का इस्तेमाल युवाओं में जोड़ों के दर्द का कारण बन रहा है। पीजीआई, केजीएमयू समेत सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में गर्दन, कमर, कंधा व उंगलियों में दर्द की समस्या वाले रोजाना 25 से 30 मरीज आ रहे हैं। इसमें 40 साल की उम्र तक वाले 80 फीसदी मरीज हैं।

पीजीआई की ओपीडी में मरीजों की स्क्रीनिंग में जोड़ों में दर्द की वजह लैपटॉप व मोबाइल निकलकर सामने आयी है।

पीजीआई के इम्युनोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. अमिता अग्रवाल बताती हैं कि ज्यादातर मरीज गठिया (अर्थराइटिस) समझकर ओपीडी में दिखाने आ रहे हैं। यह मरीज दूसरे अस्पतालों से रेफर होकर आ रहे हैं।

इस परेशानी से कुछ दवाओं के साथ लैपटॉप और मोबाइल का सही इस्तेमाल करके निजात पायी जा सकती है। जोड़ों में दर्द से राहत पहुंचाने के लिए कसरत भी कारगर है। मरीजों को इसकी सलाह दी जा रही है।

लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी बताते हैं कि वर्क फ्रॉम होम में समस्या बढ़ी है। हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में पांच से छह मरीज आ रहे हैं। युवाओं को ध्यान देने की जरूरत है।

जोड़ों का हर दर्द गठिया नहीं

केजीएमयू के डॉ. पुनीत कुमार बताते हैं कि लोग पेट पर लैपटाप रखकर या पेट के बल लेटकर काम कर रहे हैं। इससे गर्दन-कमर में दर्द बढ़ जाता है। ओपीडी में ऐसे मरीज आ रहे हैं। हालांकि इनमें गठिया नहीं है। शरीर में होने वाला हर दर्द गठिया (अर्थराइटिस) नहीं होता है। यदि हाथ, पैर या अन्य अंगों के जोड़ों में दर्द, सूजन के अलावा त्वचा में दाग दिखे तो डॉक्टर की सलाह लें। ये गठिया के लक्षण हो सकते हैं।

● लैपटाप और मोबाइल पर अंधेरे में कतई काम न करें। ● मोबाइल को कान और कंधे के बीच फंसाकर बात न करें, इससे दर्द की समस्या हो सकती है ● ईयरफोन का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर
लखनऊ न्यूज़ डेस्क

Share this story