
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क दुनिया में उत्तर प्रदेश के कई उत्पाद पसंद ही नहीं बल्कि खरीदे भी जा रहे हैं. लेदर, कारपेट, मसाले, ऑर्गेनिक, इनॉर्गेनिक समेत कई कारोबारी सेक्टरों के लिए फायदेमंद रहा है. वाणिज्य मंत्रालय ने आंकड़े जारी किए है. निर्यात विशेषज्ञ विश्व में यूपी के उत्पादों की मांग, कारोबार को बढ़ती साख की तस्वीर मान रहे हैं. कानपुर के कारोबारियों की उम्मीद है कि कच्चा लेदर, सैडलरी समेत तैयार उत्पादों का कारोबार पटरी पर लौट आएगा.
लेदर इंड्रस्टी के लिए फायदेमंद रहा. 31 दिन में 103.58 मिलियन डॉलर का कच्चा लेदर व उत्पाद अलग-अलग देशों में भेजे गए. अप्रैल से तक 917.18 मिलियन डॉलर का विदेश कारोबार लेदर इंडस्ट्री ने किया है. प्रदेश में बने कारपेट की जबरदस्त डिमांड दूसरे देशों में है. में 57.22 मिलियन डॉलर का कारोबार हुआ. अप्रैल- तक 506.35 मिलियन डॉलर कारपेट का विदेश व्यापार हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, ऑर्गेनिक, इनॉर्गेनिक उत्पादों की भी मांग तेजी से बढ़ी है. महीनेभर में ऑर्गेनिक, इनॉर्गेनिक उत्पादों को 46.95 मिलियन डॉलर का कारोबार हुआ है. वाणिज्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, जेम्स एंड ज्वेलरी, मसाले और पेट्रो उत्पादों की डिमांड में भी अच्छा उछाल आया है. अप्रैल- तक 310.69 मिलियन डॉलर के गेम्स एंड ज्वेलरी से जुड़े उत्पाद विदेशों में भेजे गए हैं.
15.89 बिलियन डॉलर का भेजा सामान
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से तक प्रदेश से 15.89 बिलियन डॉलर का सामान दुनियाभर के देशों में भेजा गया है. अकेले में 1.8 बिलियन डॉलर का कारोबार हुआ है. सर्वाधिक मांग इलेक्ट्रोनिक, इंजीनियिरिंग, मीट-डेयरी, रेडीमेड गारमेंट के उत्पादों की है.
लेदर की डिमांड से कानपुर को बड़ा फायदा
विदेशों में लेदर, इससे जुड़े उत्पादों की डिमांड बढ़ने से कानपुर का बड़ा फायदा है. यहां कच्चा लेदर, सैडलरी समेत तैयार उत्पादों की डिमांड भी तेजी से बढ़ी है. लेदर काउंसिल के रीजनल चेयरमैन असद इराकी का मनाना है कि कच्चा व तैयार लेदर प्रोडक्ट की डिमांड से इंड्रस्टी को फायदा होने की उम्मीद है.
लखनऊ न्यूज़ डेस्क