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Lucknow  70 हजार छात्रों को नहीं हुई दो करोड़ की शुल्क वापसी

Indore एफआरसी ने कॉलेजों की प्रति सेमेस्टर फीस तय की: कॉलेज छात्रों से विलंब शुल्क नहीं ले सकते। 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   प्राविधिक शिक्षा परिषद के अन्तर्गत संचालित पॉलीटेक्निक छात्रों को पचास फीसदी पुनर्मूल्यांकन शुल्क वापसी का इंतजार है. सम सेमेस्टर परीक्षा के बाद खराब रिजल्ट को देखते हुए बोर्ड ने पुनर्मूल्यांकन शुल्क से पचास फीसदी शुल्क वापस करने का निर्णय लिया था लेकिन दो महीने का समय गुजर जाने के बाद भी अभी तक एक भी छात्र को पचास फीसदी शुल्क वापस नहीं हो सका है.

पॉलीटेक्नक सम सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम तीन अक्तूबर को जारी हुआ. जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों की बैक लगी या फेल हुए थे. खराब परिणाम देखते हुए छात्रों ने लखनऊ के साथ ही कई जनपदों में प्रदर्शन किया. जिसके बाद बोर्ड ने पहली बार छात्रों को परीक्षा की उत्तर पुस्तिका दिखाने के साथ ही पुनर्मूल्यांकन शुल्क का पचास फीसदी घटाने का निर्णय लिया. जिसमें कहा गया कि जो छात्र प्रत्येक विषय के पांच सौ रुपए शुल्क जमा कर चुके हैं, उन्हें प्रति विषय 250 रुपए वापस किए जाएंगे. काफी समय गुजरने के बाद भी अभी तक छात्रों को शुल्क वापसी नहीं हो सकी है. यदि बोर्ड सिर्फ एक विषय के हिसाब से 70 हजार छात्रों को पचास फीसदी शुल्क पास करेगा तो उसे एक करोड़ 75 लाख रुपए वापस करने होंगे. जबकि अधिकांश छात्रों ने एक विषय से अधिक विषय का फार्म भरा था इसलिए ये राशि दो करोड़ रुपए के ऊपर जा सकती है.

कहां फंस रहा पेंच

बोर्ड सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि बोर्ड के निर्णय को पूरा किया जाएगा. तकरीबन 70 हजार की सूची शुल्क वापसी के लिए तैयार की गई है लेकिन समस्या ये है कि बड़ी संख्या में छात्रों का बैंक विवरण सही नहीं है. अधिकांश छात्रों ने साइबर कैफे या किसी अन्य मोबाइल से पुनर्मूल्यांकन फार्म भरा और उसी अकाउण्ट से पैसे कटे. इसलिए उन्हीं अकाउण्ट में पैसे वापस भेजे जाने से छात्रों का नुकसान होगा. सचिव ने कहा भले ही थोड़ी लेट वापसी हो लेकिन सही अकाउण्ट में पैसे जाने चाहिए.

पांच  तक छात्र दें अपना खाता विवरण

बोर्ड सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने कहा कि पुनर्मूल्यांकन फार्म भरने वाले छात्रों को पांच  तक अन्तिम समय दिया गया है कि वो बैंक खाते का विवरण उपलब्ध कराएं. यदि पांच  तक छात्र बैंक खाता विवरण उपलब्ध नहीं कराते हैं तो जितने अकाउण्ट उपलब्ध है उन्हें ही पचास फीसदी शुल्क वापस कर दिया जाएगा.

 

 

लखनऊ न्यूज़ डेस्क

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