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Katihar लिखित में पांच को कराया पास, शारीरिक जांच में खुद धराया

Motihari पिस्तौल व कारतूस संग बदमाश धराया, छतौनी के बरियारपुर दुर्गा चौक के पास से हुई गिरफ्तारी, विभिन्न थानों से खंगाली जा रही है क्राइम हिस्ट्री

बिहार न्यूज़ डेस्क हाई स्कूल मैदान में चल रहे सिपाही भर्ती की शारीरिक जांच परीक्षा में पुलिस ने दो दिनों में छह फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक ऐसा अभ्यर्थी शामिल है जिसने लिखित परीक्षा में पांच अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देकर उन्हें सफलता दिलाई थी. इसको लेकर गर्दनीबाग थाना में 11 फर्जी अभ्यर्थी समेत दो दर्जन बिचौलिए और स्कॉलरों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. गिरफ्तार फर्जी अभ्यर्थियों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

दरअसल, केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) पटना के माध्यम से विज्ञापन संख्या- 01 / 2023 के तहत लिखित परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा पटना हाई स्कूल में चल रही है. को हो रहे सिपाही भर्ती अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच परीक्षा के दौरान फोटो और अंगूठे के निशान का मिलान किया जा रहा था. इसमें चारों अभ्यर्थियों का फोटो और अंगूठे का निशान नहीं मिला. इसे देख पुलिस ने चारों अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया. इसमें सारण जिले के बनियापुर थाना इलाके के बेरूई रजौली गांव निवासी रोहित कुमार, खगड़िया जिले के सहोरवा सिसवा गांव निवासी पवलेश कुमार, मुंगेर जिले के कालारामपुर बोचाही गांव निवासी रितेश भारती और गया जिले के नवगढ़ गांव निवासी रवि कुमार शामिल है.

पूछताछ में रोहित कुमार ने बताया कि उसके स्थान पर स्कॉलर राहुल कुमार ने लिखित परीक्षा दी थी. उसे बिचौलिया निकू सिंह ने परीक्षा केंद्र पर बुलाया था. निकू सिंह सारण जिले के दिघवारा का रहने वाला है. इसके लिए उसने तीन लाख रुपये नकद लिया था. वह परीक्षा स्थल पर अपना फोटो खिंचवाकर वहां से निकल गया था. इसी तरह अभ्यर्थी पवलेश कुमार ने बताया कि उसके स्थान पर स्कॉलर रंजीत कुमार ने लिखित परीक्षा दी थी. वह सहरसा जिले के कहरा गांव का रहने वाला है. स्कॉलर ने उसे भर्ती में सफलता दिलाने के लिए चार लाख पचास हजार रुपए तय किया था. अभ्यर्थी रवि ने बताया कि उसके स्थान पर एक स्कॉलर ने बैठकर परीक्षा दी थी.

वहीं  हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा में पुलिस ने तीन फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया. इसमें बक्सर जिले के देवकुली गांव निवासी संदीप सिंह यादव, सारण जिले के डोरीगंज थाना इलाके के रसलपुरा गांव निवासी चंचल कुमार और अरवल जिले के बड़हियां मेदनीपुर गांव निवासी नितिश कुमार शामिल है. पूछताछ के दौरान तीनों अभ्यर्थियों ने बताया कि बिचौलियों के माध्यम से स्कॉलर उपलब्ध कराया गया था. स्कॉलरों ने उनके स्थान पर लिखित परीक्षा दी थी. इसके लिए दो लाख से लेकर पांच लाख रुपये तय किया गया था.

 

कटिहार न्यूज़ डेस्क

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