उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मौरंग खदान में मजिस्ट्रेट लिखी राठ तहसील की गाड़ी में डीजल भरवाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से नायब तहसीलदार को हटा दिया है. सोशल मीडिया पर 53 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें मौरंग खदान पर मजिस्ट्रेट लिखी राठ तहसील की टाटा सूमो में डीजल भरा जा रहा था. इस वीडियो में बंदूकधारी भी नजर आ रहे हैं और यह वीडियो क्षेत्र के टोला खंगारन स्थित मौरंग खदान का बताया जा रहा है. 53 सेकेंड के इस वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए डीएम घनश्याम मीणा के निर्देश पर नायब तहसीलदार राठ वीरपाल सिंह पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें तहसील से हटाकर डीएम कार्यालय संबद्ध कर दिया गया है. इस मामले की जांच एसडीएम सरीला को सौंपी गई है, जिन्हें तीन दिन में अपनी आख्या देने के आदेश दिए गए हैं. एसडीएम अभिमन्यु कुमार ने बताया कि लगभग सवा माह पहले नायब तहसीलदार जांच के सिलसिले में गए थे. पुरानी गाड़ी होने से खराब हो गई थी. 10 लीटर डीजल मंगवाकर गाड़ी में भराया गया था.
यमुना घाट से एक अरब की आमदनी का रास्ता साफ
यमुना नदी घाट से सरकार को जल्द ही एक अरब से अधिक की आमदनी होगी. बांदा-बबेरू क्षेत्र में चार-चार मौरंग खनन पट्टा पांच-पांच साल के लिए आवंटित किए जाएंगे.
जनपद में जीवनदायिनी केन, बागेन और यमुना नदी में 30 से अधिक मौरंग खनन पट्टे पहले से चिह्नित थे. हाल में ही यमुना नदी किनारे आठ और खनन पट्टे चिह्नित किए गए. जो पहली बार आवंटित होंगे. इन पट्टों के आवंटन से सरकार को जनपद से सीधे एक अरब से अधिक की धनराशि प्राप्त होगी. खान अधिकारी अर्जुन कुमार ने बताया कि बांदा तहसील क्षेत्र में यमुना नदी किनारे अमलीकौर गांव में चार खनन पट्टे चिह्नित किए गए. वहीं, बबेरू तहसील क्षेत्र में अमेढ़ी और गौरा गांव में दो-दो खनन पट्टे यमुना नदी किनारे चिह्नित किए गए हैं. इससे पहले इन क्षेत्रों में खनन पट्टे चिह्नित नहीं थे. बताया कि इन पट्टों के आवंटन से सरकार को एक अरब से अधिक का राजस्व प्राप्त होगा.
कानपूर न्यूज़ डेस्क