राजस्थान पुलिस की सीआईडी इंटेलिजेंस यूनिट ने जासूसी के आरोप में यूडीसी को गिरफ्तार किया, वीडियो में जानें महिला हैंडलर को भेज रहा था गुप्त सूचनाएं

राजस्थान पुलिस की सीआईडी इंटेलिजेंस यूनिट ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली स्थित नौसेना भवन में तैनात एक यूडीसी (अपर डिवीजन क्लर्क) को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसियों के लिए संवेदनशील जानकारी इकट्ठा करने और उसे लीक करने के आरोप में की गई है। सीआईडी इंटेलिजेंस की टीम लंबे समय से उन लोगों पर निगरानी रख रही थी जो भारतीय सैन्य और सरकारी संस्थाओं से संबंधित संवेदनशील जानकारी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों तक पहुंचा रहे थे।
सीआईडी इंटेलिजेंस यूनिट के सूत्रों के अनुसार, यह यूडीसी कई महीनों से इस नेटवर्क का हिस्सा था और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI (इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस) के लिए भारतीय नौसेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा कर रहा था। गिरफ्तार व्यक्ति ने इस जासूसी गतिविधि में अपनी भूमिका को स्वीकार किया है, और फिलहाल उससे पूछताछ जारी है।
सीआईडी की भूमिका और कार्रवाई:
सीआईडी इंटेलिजेंस यूनिट की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर इस जासूस को ट्रैक किया और उसकी गतिविधियों की निगरानी रखी। यह कार्रवाई भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और जासूसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने की प्रतिबद्धता को दिखाती है। टीम ने आरोपी को पकड़ने के बाद उसकी संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने और किस प्रकार की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचाई थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर:
इस घटना से यह भी जाहिर होता है कि पाकिस्तान जैसी शक्तियां भारतीय सैन्य और सरकारी जानकारी की जासूसी करने के लिए लगातार सक्रिय हैं। ऐसे मामलों में आरोपियों के पकड़े जाने से सुरक्षा एजेंसियों को उन गहरे नेटवर्कों का पता चलता है, जिनका उद्देश्य भारतीय सुरक्षा तंत्र को कमजोर करना है। इस प्रकार की गतिविधियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं, और भारतीय एजेंसियां ऐसे अभियानों को रोकने के लिए अपनी चौकस निगरानी और मजबूत कर रही हैं।