Samachar Nama
×

Gorakhpur फर्जीवाड़े में यूको बैंक का हेड कैशियर गिरफ्तार

Hisar मंडल में मादक पदार्थ तस्करों के विरुद्ध 739 मुकदमे दर्ज किये गये, जिनमें 1198 अभियुक्त गिरफ्तार किये गये

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  फर्जीवाड़ा कर ग्राहकों के खाते से रकम निकालने के आरोपी यूको बैंक की शाहपुर-बेलघाट शाखा के हेड कैशियर मोहम्मद कलीम को  बेलघाट पुलिस ने दबोच लिया. आरोपित कैशियर को पुलिस ने सिकरीगंज के खुचियारी गांव से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया. आरोपित के खिलाफ बीते  तक बेलघाट थाने में पांच केस दर्ज किए गए थे जबकि 18 शिकायतों की जांच चल रही है.

यूको बैंक की शाहपुर, बेलघाट की खाताधारक अफसाना ने सबसे पहली शिकायत की थी. एसएसपी गोरखपुर को शिकायत पत्र में उन्होंने बताया कि बिना उनकी जानकारी के उनका फर्जी हस्ताक्षर बनाकर चार तिथियों में दो लाख रुपये की निकासी कर ली गई. इतना ही नहीं खाते में जमा करने के लिए एक लाख रुपए स्लिप के साथ कैशियर कलीम को दिया था. लेकिन पैसा खाते में जमा नहीं किया गया. अफसाना ने आरोप लगाया कि उसके पैसों की हेराफेरी हेड कैशियर मो. कलीम, बैंक कर्मचारी प्रेमचंद साहनी और शमीम के द्वारा की गई है.

इसके बाद बेलघाट के शाहपुर निवासी अलीमुद्दीन और उनकी पत्नी के संयुक्त खाते से 1.80 लाख, कुरावल निवासी रामाशंकर के खाते से 3.50 लाख, मीरपुर के दयानंद के खाते से 3.48 लाख के फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए कैशियर मोहम्मद कलीम के खिलाफ केस दर्ज कराए गए. वहीं पांचवां केस शाहपुर की गुड्डी देवी ने दर्ज कराया. गुड्डी के मुताबिक, उन्होंने 13 नवंबर को कैशियर मोहम्मद कलीम को 85 हजार अपने खाते में जमा करने के लिए दिये. इसके बाद बैंक में ही कैशियर ने मुझे रुपये जमा रसीद भी पकड़ाई. पासबुक प्रिंट करवाने पर पता चला है कि खाते में रुपये जमा ही नहीं हैं. बैंक रसीद दिखाई, जो जांच में फर्जी निकली.

चपरासी से बना कैशियर, जांच शुरू मोहम्मद कलीम यूको बैंक में चपरासी के पद पर नियुक्त हुआ था. इसके तीन साल बाद ही वह हेड कैशियर बन गया.

आरोपी कैशियर पर पहले भी दर्ज हैं मुकदमे

आरोपित कैशियर मोहम्म्द कलीम के खिलाफ 2013 और 2022 में भी केस दर्ज है. 2013 में दर्ज केस में मोहम्मद कलीम के अलावा तत्कालीन बैंक मैनेजर विकास श्रीवास्तव व मोहम्मद कलीम के भाई शमीम के खिलाफ मुकदमा हुआ था. वहीं 2022 में बेलघाट थाने में मोहम्मद कलीम पर मुकदमा दर्ज हुआ है. दोनों मामले न्यायालय में लंबित है. वर्ष 2013 में हीरक योजना के तहत एक करोड़ की हेराफेरी में मैनेजर और स्टाफ पर केस दर्ज हुआ था. यह मामला बेलघाट इलाके में काफी चर्चित हुआ था.

 

 

गोरखपुर न्यूज़ डेस्क

Share this story