उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क पूर्वोत्तर रेलवे में मुख्य संरक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत मुकेश मेहरोत्रा के सरकारी बंगले पर बुलाकर ठगी करने के आरोपित चपरासी को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपित ने पांच लाख रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था.
बेलीपार के महावीर छपरा निवासी विनोद कुमार ने केस दर्ज कराया था. उन्होंने पुलिस को बताया कि वह नौकरी की तलाश कर रहा था. इस दौरान उसकी मुलाकात मनीष यादव ने हुई. मनीष ने बताया था कि कई लोगों को पांच-पांच लाख रुपये दिलाकर चतुर्थ श्रेणी खलासी के पद पर नौकरी दिला चुका हूं. मनीष यादव मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा के बंगला पर ले गए और कहे कि यही साहब का बंगला है. हम यही नौकरी करते है, साहब मुझ पर काफी विश्वास करते हैं और तुम्हें नौकरी निश्चित रूप से दिला देंगे.
विनोद मनीष यादव की बात पर विश्वास कर रेलवे में नौकरी पाने की लालच में अपनी मां के जेवरात बेचकर तथा जमीन बंधक रखकर किसी तरह पांच लाख रुपये की व्यवस्था कर 10 मई को मनीष यादव को पांच लाख नगद दे दिया. पांच लाख रुपये लेने के बाद मनीष यादव ने कहा कि साहब से मेरी बात हो गई है. तुम मुझे मार्कशीट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो दे दो. फिर बंगले पर बुलाया व सभी दस्तावेज लेने के बाद नियुक्ति पत्र दे दिया गया. बताया गया कि 01 अक्तूबर 2024 को नियुक्ति पत्र लेकर मुख्य संरक्षा अधिकारी के कार्यालय में चले जाना और ज्वाइन कर लेना. वहां जाने के बाद जालसाजी की जानकारी हो सकी.
जमुआर में फ्रेश वेस्ट ट्रामल बायो कल्चर प्लांट शुरू
कालेसर से जंगल कौड़िया मार्ग पर जमुआर गांव की साढ़े चार एकड़ जमीन पर नगर निगम का फ्रेश वेस्ट ट्रामल बायो कल्चर प्लांट शुरू हो गया है. यहां हर दिन 200 से 250 टन फ्रेश वेस्ट का ट्रामल के जरिए निस्तारण किया जा रहा है. जल्द ही यहं 300 टन प्रतिदिन की क्षमता का ट्रामल प्लांट भी स्थापित हो जाएगा. उसके बाद इन ट्रामल से गुजरने के बाद कचरा सीधे कम्पोस्ट बनकर निकलेगा.
महानगर के 80 वार्डों से रोजाना 450 से 500 टन गीला और सूखा कूड़ा निकलता है. इस कचरा से करीब 150 टन कचरा भैरोपुर, मेडिकल कालेज क्षेत्र, सुभाषनगर, लालडिग्गी समेत पांच स्थानों पर बने मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर पर प्रासेसिंग में चला जाता है. 200 टन से अधिक कचरा बसंतपुर स्थित गारबेज ट्रांसफर स्टेशन से तौल के बाद जमुआर भेजा जा रहा है. जमुआर में होराइजन सॉल्यूशन कचरा को प्रोसेस कर रही है. तकरीबन 200 टन कचरा निगम अब भी अन्य स्थानों पर अब भी डम्प कर रहा है.
गोरखपुर न्यूज़ डेस्क