Samachar Nama
×

Gopalganj स्वच्छता सर्वे सिर पर कचरा निस्तारण के इंतजाम नदारद, इन बिंदुओं पर अब तक कोई कार्य नहीं

Motihari कचरा निस्तारण चुनौती, हो रहा प्रदूषण, कचरा डंप करने को लेकर शहर में हमेशा होता है विवाद

बिहार न्यूज़ डेस्क शहर की स्वच्छता रैंकिंग के लिए करीब 20 दिनों के बाद सर्वे टीम गोपालगंज पहुंचेगी. स्वच्छता को लेकर तय मानक के अधिकांश बिंदुओं पर अब तक नगर परिषद की तैयारियां आधी-अधूरी है. नतीजतन,इस वर्ष भी गोपालगंज नगर परिषद को अच्छी रैंकिंग मिलनी मुश्किल है.

स्वच्छता रैकिंग के लिए सफाई, ठोस कचरा प्रबंधन, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था और उपयोग किए गए पानी का प्रबंधन, कचरा उठाव और सुरक्षित परिवहन सहित अन्य कई मानक तय हैं. सर्वे टीम सड़क व नालों की सफाई, सरकारी तथा गैर सरकारी शौचालय की व्यवस्था और रखरखाव, शहर के सरकारी व गैर सरकारी स्कूल की साफ सफाई , घरों में कचरा रखने व एकत्र करने का इंतजाम, तालाब, बस पड़ाव, सार्वजनिक स्थल शहर से गुजरने वाले नदी नाले आदि की जांच करेगी. पिछले वर्ष गोपालगंज को मिला था 3476 वां स्थान वर्ष 2023 के स्वच्छता रैंकिंग में एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में गोपालगंज शहर का देश में 3476 वां स्थान था. जबकि राज्य के शहरों में 49वां स्थान मिला था. वर्ष 2023 में स्वच्छता सर्वे को लेकर 4830 अंकों के महज तीन मानक तय किए गए थे. वर्ष 2024 में स्वच्छता रैंकिंग के लिए 5705 अंकों के कुल छह मानक तय है. जिसमें ठोस कचरा प्रबंधन, उपयोग किए पानी का प्रबंधन और दिख रही सफाई को पहली बार जोड़ा गया है.

कचरा रखने की भी जगह नहीं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर नगर परिषद प्रशासन बीते आठ साल कवायद कर रहा है. लेकिन, कचरा निस्तारण की बात तो दूर, कचरा रखने के लिए निश्चित जगह भी नगर परिषद के पास अब तक उपलब्ध नहीं है. जगह न होने के कारण शहर का कचरा एनएच 27 के किनारे छवहीं से कोईनी तक, थावे बाईपास रोड के किनारे व अन्य सड़कों के किनारे फेंके जा रहे हैं. शहर से सड़क पर पहुंची गंदगी की दुर्गंध से राहगीर परेशान होते हैं.

नगर परिषद की ओर से बताया गया कि बीते आठ साल से नगर परिषद कचरा प्रबंधन को लेकर जमीन की तलाश की जा रही है. लेकिन,अब तक जमीन नहीं मिली है. जिसके कारण कचरे सड़क किनारे जमा किए जाते हैं. स्वच्छता रैंकिंग के लिए ठोस कचरा प्रबंधन के तहत 11 मानक तय हैं. जिसमें गीले और सूखे कचरा का प्रबंधन, निस्तारण, कंपोस्ट में उपयोग सहित रखरखाव शामिल है.

तय 11 मानक में नगर परिषद मुश्किल से दो मानक भी पूरा नहीं कर रहा है.

शहर में स्वच्छता के लिए किए जा रहे कार्य

● सड़क और गलियों की होती है नियमित सफाई

● चलाया जाता है जागरूकता अभियान

●स्वच्छ पेयजल की महज 65 फीसदी सुविधा

● महज एक तालाब का हुआ जीर्णोद्धार

इन बिंदुओं पर अब तक कोई कार्य नहीं

● ठोस कचरा प्रबंधन के तहत नहीं है व्यवस्था

●कचरा उठाव व सुरक्षित परिवहन नहीं

● गंदे पानी को लेकर प्रबंधन की व्यवस्था नहीं

 

गोपालगंज  न्यूज़ डेस्क

Share this story