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Gaya  मैट्रिक-इंटर के 64 मेधावी किये गये सम्मानित, डॉ. राजेद्र प्रसाद की जयंती पर ज्ञान भवन में हुआ बिहार बोर्ड मेधा सम्मान समारोह, छात्र-छात्राओं ने उत्साह से लिया भाग
 

Gaya  मैट्रिक-इंटर के 64 मेधावी किये गये सम्मानित, डॉ. राजेद्र प्रसाद की जयंती पर ज्ञान भवन में हुआ बिहार बोर्ड मेधा सम्मान समारोह, छात्र-छात्राओं ने उत्साह से लिया भाग


बिहार न्यूज़ डेस्क  प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेद्र प्रसाद की जयंती पर ज्ञान भवन में आयोजित बिहार बोर्ड मेधा सम्मान समारोह में इंटर और मैट्रिक 2022 के 64 मेधावी विद्यार्थी पुरस्कृत किये गये. इंटर कला, वाणिज्य और विज्ञान संकाय के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले 12 छात्रों को 22 मार्च को बिहार दिवस पर सम्मानित किया जा चुका था. वहीं मेधा दिवस पर इंटर में चौथे और पांचवें स्थान प्राप्त करने वाले 17 छात्र और छात्राओं को सम्मानित किया गया. वहीं मैट्रिक के टॉप-10 में शामिल कुल 47 छात्र और छात्राएं पुरस्कृत हुईं.
प्रथम स्थान लाने वाले को एक लाख रुपये, दूसरे को 75 हजार और तीसरा स्थान वाले को 50 हजार रुपये दिये गये. वही इंटर में चौथा और पांचवां स्थान लाने वाले मेधावियों को 15-15 हजार रुपये और मैट्रिक में चौथा और दसवां स्थान लाने वालों को 10-10 हजार रुपये दिये गये. सभी 64 मेधावी छात्रों को लैपटॉप, प्रशस्ति पत्र मिला.

मैं हर दिन आठ से दस घंटे की पढ़ाई करती थी. पिछले साल का प्रश्न पत्र का अभ्यास करती थी.
-रामायनी रॉय, मैट्रिक टॉपर
हर विषय के हर चैप्टर का कई बार रिवीजन किया. पिछले पांच साल के बोर्ड प्रश्न पत्र का अध्ययन किया.
-सानिया कुमारी, मैट्रिक सेकेंड टॉपर
दस से 12 घंटे सेल्फ स्टडी की. कोरोना के कारण स्कूल बंद था. इसलिए सेल्फ स्टडी पर ही अधिक फोकस किया.
-विवेक कुमार, मैट्रिक सेकेंड टॉपर
मैं मैट्रिक में टॉप 10 में नहीं आ पायी. इससे सीख लेकर मैंने इस बार खूब मेहनत की. एक चैप्टर को कई बार पढ़ा.
-रातरानी कुमारी, इंटर कला संकाय चौथा स्थान
मैं हर दिन कम से कम दो से तीन चैप्टर का अभ्यास करता था. हर दिन मॉक टेस्ट देता था.
-सुधांशु रंजन, इंटर वाणिज्य संकाय, चौथा स्थान
मैंने लिखने का खूब अभ्यास किया. परीक्षा में कोई प्रश्न छूटा नहीं. पिछले साल की उत्तरपुस्तिका को देख तैयारी की. -विष्णु कुमार, इंटर विज्ञान संकाय, चौथा स्थान
समय पर परीक्षाचक्र को पूरा किया आनंद किशोर
बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बावजूद तकनीक के जरिये बिहार बोर्ड ने समय पर मैट्रिक और इंटर के परीक्षा चक्र को पूरा किया. फरवरी से मई के बीच परीक्षा लेने के साथ रिजल्ट दिया. असफल छात्रों के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा आयोजित की. इसका भी रिजल्ट मई में घोषित कर दिया गया. ऐसा करने वाला बिहार बोर्ड देश का पहला बोर्ड है. परीक्षा के बेहतर संचालन के लिए पटना डीईओ अमित कुमार समेत नालंदा, अररिया, भागलुपर, गया, खगड़िया, मधुबनी, समस्तीपुर, सारण, वैशाली के डीईओ को सम्मानित किया गया. इस मौके पर बोर्ड सचिव प्रमोद कुमार, परीक्षा नियंत्रक आदि मौजूद थे.
2 वर्ष आपके 40 साल का निर्णायक अनंत गंगोला
डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान में शिक्षाविद अनंत गंगोला ने कहा कि मैट्रिक और इंटर के छात्रों के लिए अभी के दो साल उनके आगे के 40 साल के लिए निर्णायक होंगे. इसलिए अपनी रुचि, विकल्प के अनुसार विषय चयन करें. जीवन में तीन चीज उद्देश्य, अवसर और उत्सव की जरूरत होती है. इंटरनेट आपका दोस्त है या दुश्मन, इसका निर्णय आप खुद करें.


गया न्यूज़ डेस्क 

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