उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क शहर में डाली गई सीवर लाइनों के चेम्बर जगह-जगह पर ओवरफ्लो होने लगे हैं. इसका कारण यह माना जा रहा है कि माझा जमथरा में बनाया गया सीवर ट्रीटमेंट प्लांट अभी शुरू नहीं हो पाया है और 900 घरों के कनेक्शन जल निगम नगरीय द्वारा जोड़ दिए गए हैं. इसके अलावा भी सैकड़ों लोगों ने घरों के पाइप सीवर लाइन से जोड़ दिए हैं जिससे सीवर लाइन भरने लगी हैं. सीवर के चेम्बरों के ओवरफ्लो होने से गंदा पानी आसपास के क्षेत्रों में बह रहा है.
एसटीपी के अभी तक चालू न होने से शहर में कई जगह सीवर लाइन चालू होने के कारण चेम्बर भी ओवरफ्लो हो रहे हैं. इसकी ताजा नजदी अशफाक उल्ला वार्ड के अंतर्गत पुलिस लाइन मंदिर के आसपास का इलाका है. पुलिस लाइन मंदिर के पास चेम्बर भरने से पानी की निकासी आगे नहीं हो पा रही है. इसके कारण नाले का पानी मंदिर परिसर तक भर गया है. अशफाक उल्ला वार्ड के पार्षद अखिलेश पाण्डेय का कहना है कि सीवर का पानी सिविल लाइन स्थित पुलिस लाइन मंदिर में घुस गया है. इसकी शिकायत उन्होंने जल निगम की निर्माण एजेंसी के एक अधिकारी से की थी, लेकिन उसने कहा कि हमने काम कराकर हैण्डओवर कर दिया है. इसके बाद उन्होंने नगर निगम में भी शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है. पार्षद का कहना है कि उनके ही वार्ड के बसंत हाता में भी सीवर लाइन भरने से सड़क पर गंदा पानी भर रहा है.
विवेकानंद नगर वार्ड की पार्षद के प्रतिनिधि धर्मेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि उनके वार्ड अन्तर्गत कुछ दिन पहले ख्वासपुरा स्थित एक गली में सीवर लाइन भर से घरों में पानी घुसने की शिकायत आई थी. निकासी का रास्ता साफ कराया. पार्षद प्रतिनिधि के अनुसार काली जी की मंदिर दीवानी मिसिल में सीवर का चेम्बर चोक हो चुका है. उसे नगर निगम की सीवर गाड़ी से पानी खिंचवाकर साफ करवाया गया. वहीं अफीम कोठी के पास इकरा पब्लिक स्कूल के सामने सीवर लाइन बैठ गई थी उसे खोदकर ठीक कराया जा रहा है. पानी भरने से दबाव बढ़ने के कारण सीमेंट वाली सीवर पाइप क्षतिग्रस्त हो गई जिससे पानी लीकेज होने लगा. 10-15 दिन चला फिर पाइप बैठ गई. जेनरेटर चलाकर सीवर का पानी नाले में पलटा जा रहा है. वहीं एसटीपी के चालू हुए बगैर रामपथ पर स्थित मोहल्लों के 900 घरों को सीवर कनेक्शन सीवर के चेम्बरों से जोड़ दिए गए हैं. हालांकि जल निगम नगरीय द्वारा रामपथ के सीवर लाइनों के पानी को अफीम कोठी धारा रोड के पीछे स्थित नाले में गिराया जा रहा है. लेकिन यह सीवर पाइप भी कुछ दिन पहले धंस गई है. अब सीवर का पानी जो बहकर यहां पहुंच रहा है उसे जेनरेटर लगाकर बाहर निकाल कर उसे नाले में गिराया जा रहा है.
इस अस्थाई व्यवस्था के चलते सरकारी खजाने पर लाखों रुपए खर्च किया जा रहा है. फिलहाल एसटीपी के चालू होने में देरी के कारण और सीवर लाइनों में कनेक्शन जुड़ने से सीवर लाइने जगह-जगह से चोक हो रही हैं. शहर में 150 कि.मी. बिछायी गई है. शहर में पांच हजार मेनहोल बने हैं. एक से दूसरे मेनहोल की दूरी न्यूनतम 30 मीटर है. यह मेनहोल 120 सेमी से शुरू होकर आखिरी गहराई छह से सात मीटर तक रखी गई है. जल निगम ग्रामीण द्वारा बनवाई जा रही एसटीपी में चालू होने की संभावना व्यक्त की गई है. लेकिन जल निगम नगरीय द्वारा रामपथ से जुडे़ क्षेत्र में 900 घरों के कनेक्शन किया जा चुका है.
फैजाबाद न्यूज़ डेस्क