
बिहार न्यूज़ डेस्क राज्य में दो करोड़ से अधिक पूंजी निवेश के स्टेज-1 के 5 प्रस्तावों में 97.27 करोड़ पूंजी निवेश प्रस्ताव को सैद्धांतिक सहमति दिलाने के लिए राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद में भेजा जाएगा.
इसके साथ ही राज्य में 3 इकाइयों में 35 करोड़ 47 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति दिलाने संबंधी प्रस्ताव को राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की आगमी बैठक में भेजने की अनुशंसा की गई. उद्योग सचिव बंदना प्रेयषी की अध्यक्षता में राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद सचिवालय की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में अधिकतम दो करोड़ तक के निवेश प्रस्ताव को स्वीकृति दी जाती है. दो करोड़ से अधिक पूंजी निवेश प्रस्ताव को विकास आयुक्त की अध्यक्षता वाली राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक में भेजा जाता है. राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद सचिवालय की बैठक में 2 करोड़ तक पूंजी निवेश के स्टेज-1 के कुल 4 प्रस्ताव में 05.48 करोड़ को सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई.
कुल 4 इकाइयों में 5.97 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति दी गई. बैठक में मेसर्स इंडाग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स श्री रामानुज मेमोरियल नर्सिंग होम, मेसर्स एशियन थाई फूड्स पूर्वांचल प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स गणेश फाउंड्री एंड कास्टिंग्स लिमिटेड, मेसर्स एसबीजी फिश फीड, मेसर्स रिद्धि एंटरप्राइजेज, मेसर्स कुशवाह कैटल एंड पोल्ट्री फीड प्लांट सहित अन्य इकाइयों को अनुशंसा प्रदान की गयी. बैठक में उद्योग निदेशक आलोक रंजन घोष सहित बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड के पदाधिकारी, अग्निशमन विभाग के पदाधिकारी, वाणिज्यकर विभाग के पदाधिकारी, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के पदाधिकारी, श्रम संसाधन विभाग के पदाधिकारी, उर्जा विभाग के पदाधिकारी भी मौजूद थे.
राजनीति में भ्रष्टाचार का पर्याय है राजद प्रभाकर
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने आरोप लगाया है कि राजद भ्रष्टाचार का पर्याय है. जारी बयान में भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राजद नेताओं को विकास देखने के लिए आंखों पर से भ्रष्टाचार का चश्मा हटाना पड़ेगा. लालू प्रसाद ने राजनीति में भ्रष्टाचार का मिलावट किया और तेजस्वी यादव राजनीति में भ्रष्टाचार के सबसे बड़े पोषक बन गये हैं.
तेजस्वी यादव बिहार के विकास को अदृश्य बता रहे हैं. इसका मतलब है कि नेता प्रतिपक्ष को बिहार में हुए विकास कार्य दिख नहीं रहे हैं. जबकि हकीकत है कि बिहार का विकास शहर से लेकर सुदूर गांवों में भी महसूस किया जा रहा है. पूरे देश में बिहार के विकास का डंका बज रहा है. 2005 के बाद बिहार का कायाकल्प हो चुका है.
बेगूसराय न्यूज़ डेस्क