उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मोबाइल रिपेयरिंग करने वाले युवक को मुनाफे का झांसा देकर उसके खाते में साइबर ठगी का लेनदेन किया गया. उत्तराखंड में मुकदमा दर्ज होने के बाद युवक को इसकी जानकारी हुई तो उसने दो आरोपियों के खिलाफ थाना सीबीगंज में रिपोर्ट लिखाई है.
सीबीगंज के गांव सनौआ निवासी मोहित अग्रवाल की मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है. मोहित का कहना है कि सिकलापुर निवासी मोहित उप्रेती का उनकी दुकान पर आना-जाना था. पांच जून को मोहित अपने साथ साहिल नाम के युवक को लेकर पहुंचा. साहिल ने खुद को वीडियो गेम एविएटर का कर्मचारी बताया और रुपये जमा कराने को बैंक खातों की जरूरत बताई. इसके बदले उन्हें दो प्रतिशत कमीशन का लालच दिया गया. बातों में फंसकर मोहित ने अपने और परिवार वालों के चार बैंक खातों की डिटेल आरोपियों को दे दी. इसके बाद लेनदेन हो गया.
मोबाइल बंद होने पर ठगी का खुलासा: म्ाोहित का कहना है कि जानकारी ले जाने के कुछ दिन बाद साहिल ने मोबाइल बंद कर लिया तो उन्होंने बैंक खाते चेक किए. तब उसमें तमाम अवैध लेनदेन होने और बैंक खाता सीज होने की बात सामने आई.
भवाली के सिपाही ने वसूले रुपये: मोहित ने बताया कि कुछ दिन बाद उत्तराखंड में नैनीताल के भवाली थाने से रिपोर्ट दर्ज होने की उन्हें सूचना मिली. इसके बाद एक सिपाही उनके पास आया और मामला निपटाने की बात कहकर दस हजार रुपये लेकर चला गया. एक माह पूर्व वहां के एसएचओ ने फोन करके धमकाते हुए थाने बुलाया. उन्होंने किसी व्यक्ति को थाने भेजकर पता किया तो 80-90 हजार रुपये मांगे गए. परेशान होकर उन्होंने थाना सीबीगंज में मामले की रिपोर्ट लिखाई है.
बेटे को बीमार बताकर 65 हजार की साइबर ठगी
साइबर ठगी की दूसरी रिपोर्ट सिद्धार्थनगर निवासी पीयूष सिंह ने थाना इज्जतनगर में लिखाई है. पीयूष का कहना है कि एक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और कहा कि वह उन्हें रकम ट्रांसफर कर रहा है. आरोपी ने कहा कि उसका बेटा बीमार है, वह उन्हें रकम गूगल पे कर दे. आरोपी की बातों में आकर उन्होंने सात बार में उसे 65 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. इस दौरान वह उन्हें स्क्रीनशॉट भेजता रहा. मगर जब उन्होंने खाता चेक किया तो उसमें कोई रकम नहीं पहुंची थी. उन्होंने तुरंत साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत की तो करीब 52 हजार रुपये होल्ड कर दिए गए. पुलिस ने उनकी शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बस्ती न्यूज़ डेस्क