उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क दुर्घटना की जानकारी मिलने पर देवरनिया पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उसमें सवार सभी लोग चकनाचूर हो चुकी कार में फंसे हुए थे. पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से कार को काटकर सभी को बाहर निकाला, तब तक दो की मौत हो चुकी थी. हादसे की वजह तेज रफ्तार बताई जा रही है.
परिवार वालों ने बताया कि हरप्रीत सिंह उर्फ गोलू, सुनील उर्फ सोनू बजाज, गौरव, अजय उर्फ अज्जू और प्रेम साहनी आपस में गहरे दोस्त थे. सभी ने नानकमत्ता में दर्शन करने का प्लान बनाया और सुबह नौ बजे घर से निकल गए. मगर कोहरा ज्यादा होने के कारण उन लोगों ने कार धुलवाने समेत अन्य काम किए और फिर दस बजे के बाद बरेली से निकले. मगर देवरनिया में किसी तरह उनकी कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई. टक्कर इतनी तेज थी कि कार चकनाचूर हो गई और सभी उसमें फंसकर तड़पने लगे. कार के दरवाजे तोड़कर सभी को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक सुनील उर्फ सोनू बजाज और गौरव की मौत हो गई. गौरव प्राइवेट नौकरी करते थे और सुनील बजाज की सुभाषनगर में बाइक रिपेयरिंग की दुकान है. प्रेम साहनी की बाजपेई ढाल पर क्राकरी की दुकान है. भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष विकास अग्रवाल और जिला महामंत्री अनुज गुप्ता ने बताया कि हादसे में मरने वाले ताराचंद बजाज के पुत्र सुनील बजाज संगठन में जिला युवा उपाध्यक्ष थे. की दोपहर एक बजे गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सुभाषनगर बरेली से सिटी श्मशान भूमि तक उनकी शवयात्रा निकाली जाएगी.
दूर तक सुनाई दी धमाकेे की आवाज
पुलिस का कहना है कि आसपास के लोगों से पूछताछ में हादसे की वजह तेज रफ्तार सामने आई है. टक्कर इतनी तेज थी कि एकदम धमाके जैसी आवाज सुनाई दी. आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे.
बस्ती न्यूज़ डेस्क